शिक्षा क्षेत्र के लिए नई पहल

  • 09 Aug 2021

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 जुलाई, 2021 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के एक साल पूरा होने के अवसर पर शिक्षा क्षेत्र में कई नई महत्वपूर्ण पहलों का शुभारंभ किया।

  • एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट: इसकी परिकल्पना एक डिजिटल बैंक के रूप में की गई है, जिसमें किसी भी पाठ्यक्रम में एक छात्र द्वारा अर्जित शैक्षणिक क्रेडिट रिकॉर्ड होगा।
    • इससे हर युवा अपनी रुचि से, अपनी सुविधा से कभी भी एक स्ट्रीम को चुन सकता है, छोड़ सकता है।
  • सफल: सफल यानी बच्चों के सीखने की प्रक्रिया का सुव्यवस्थित तरीके से विश्लेषण और आकलन (Structured Assessment for Analysing Learning levels- SAFAL), जो सीबीएसई स्कूल के ग्रेड-3, ग्रेड-5 और ग्रेड-8 के बच्चों के लिए योग्यता आधारित मूल्यांकन का फ्रेमवर्क है।
  • विद्या प्रवेश: इस पहल के तहत ग्रेड-1 के बच्चों के लिए तीन महीने का प्ले स्कूल आधारित शैक्षणिक मॉड्यूल बनाया गया है।
  • क्षेत्रीय भाषाओं में इंजीनियरिंग: देश के 8 राज्यों के 14 इंजीनियरिंग कॉलेज हिंदी, तमिल, तेलुगू, मराठी और बांग्ला 5 भारतीय भाषाओं में शिक्षा देना शुरू कर रहे हैं।
    • इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम का 11 भाषाओं में अनुवाद करने के लिए एक टूल विकसित किया गया है।
  • निष्ठा 2.0: यह शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए एनसीईआरटी द्वारा डिजाइन किया गया एकीकृत प्रशिक्षण कार्यक्रम है।
  • भारतीय सांकेतिक भाषा: देश में 3 लाख से ज्यादा बच्चे ऐसे हैं जिनको शिक्षा के लिए सांकेतिक भाषा की आवश्यकता पड़ती है। माध्यमिक स्तर पर एक विषय के रूप में भारतीय सांकेतिक भाषा (indian Sign language) की शुरुआत की गई है।
  • राष्ट्रीय डिजिटल शिक्षण संरचना (National Digital Education Architecture): इसका लक्ष्य शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र को सक्रिय और उत्प्रेरित करने के लिए एक एकीकृत राष्ट्रीय डिजिटल बुनियादी ढांचा तैयार करना है।
  • राष्ट्रीय शिक्षा प्रौद्योगिकी मंच: यह प्रौद्योगिकी आधारित सुधारों पर केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियों को स्वतंत्र साक्ष्य-आधारित सलाह प्रदान करेगा।