स्कूल बबल

  • 06 Sep 2021

कर्नाटक सरकार द्वारा गठित कोविड -19 तकनीकी सलाहकार समिति ने ऑफलाइन कक्षाओं में भाग लेने वाले बच्चों (18 वर्ष से कम आयु के) में बीमारी के प्रसार को कम करने के लिए 'स्कूल बबल' (school bubble) अवधारणा का प्रस्ताव दिया है।

  • स्कूल बबल छात्रों की एक छोटी संख्या वाले समूहों के बीच किया गया वर्गीकरण हैं।
  • अवधारणा के अनुसार, इस तरह के प्रत्येक बबल में वे छात्र शामिल होंगे, जो पूरे सत्र या एक शैक्षणिक वर्ष के दौरान स्कूल समय में एक समूह में साथ रहेंगे। यदि उनमें से एक संक्रमित हो जाता है, तो उस समूह के अन्य बच्चे आइसोलेट हो सकते हैं, लेकिन स्कूल को पूरी तरह से बंद करने की आवश्यकता नहीं है।