स्टेट ऑफ द वर्ल्ड्स चिल्ड्रन 2021

  • 11 Oct 2021

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने 5 अक्टूबर, 2021 को यूनिसेफ की ‘स्टेट ऑफ द वर्ल्ड्स चिल्ड्रन 2021’ (State of the World’s Children 2021) रिपोर्ट जारी की।

(Image Source: unicef.org)

महत्वपूर्ण तथ्य: 'द स्टेट ऑफ द वर्ल्ड्स चिल्ड्रन 2021; ऑन माय माइंड: प्रोमोटिंग, प्रोटेक्टिव एंड केयरिंग फॉर चिल्ड्रनस मेंटल हेल्थ' (The State of the World’s Children 2021; On My Mind: promoting, protecting and caring for children’s mental health) शीर्षक से प्रकाशित रिपोर्ट बच्चों और युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर कोविड-19 के प्रभाव पर प्रकाश डालती है।

  • रिपोर्ट में पाया गया है कि भारत में 15 से 24 साल के लगभग 15% या 7 में से 1 ने अक्सर खुद को अवसादग्रस्त महसूस किया या चीजों को करने में बहुत कम दिलचस्पी दिखाई।
  • यूनिसेफ के सर्वेक्षण में, 21 देशों में औसतन 83% की तुलना में भारत में केवल 41% युवा ही मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए सहायता लेने के इच्छुक थे।
  • 2020-2021 के दौरान भारत में कक्षा 6 तक के 286 मिलियन से अधिक बच्चे स्कूली शिक्षा से बाहर हो गए थे; केवल 60% की ही डिजिटल शिक्षा तक पहुँच थी।
  • 2019 में 'इंडियन जर्नल ऑफ साइकियाट्री' के अनुसार, महामारी से पहले भी, भारत में कम से कम 50 मिलियन बच्चे मानसिक स्वास्थ्य समस्या से प्रभावित थे; 80 - 90% ने किसी प्रकार की सहायता नहीं ली।
  • इंडियन जर्नल ऑफ साइकियाट्री 2017 के अनुसार, भारत ने सालाना अपने स्वास्थ्य बजट का केवल 0.05% ही मानसिक स्वास्थ्य पर खर्च किया है।