डॉप्लर मौसम रडार

  • 18 Jan 2022

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के 147वें स्थापना दिवस कार्यक्रम पर अवसर 14 जनवरी, 2022 को केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बेहतर अनुसंधान और परिचालन विश्लेषण के लिए लेह, मुंबई, दिल्ली और चेन्नई में चार 'डॉप्लर मौसम रडार' (Doppler weather radars) राष्ट्र को समर्पित किए।

(Image Source: http://kashmirinfocus.com/)

महत्वपूर्ण तथ्य: IMD ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के साथ साझेदारी में इन रडार को डिजाइन किया है तथा स्वदेशी रूप से निर्माण किया है।

  • लेह में एक एक्स-बैंड रडार, जो देश में सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित है, को शुरू किया गया।
  • दिल्ली को अपना तीसरा डॉप्लर रडार ‘आया नगर’ में एक्स-बैंड रडार के रूप में मिला है। वर्तमान में पालम और मौसम भवन में भी रडार काम कर रहे हैं।
  • मुंबई को अपना दूसरा रडार, वेरावल्ली में एक सी-बैंड रडार के रूप मे मिला, जो शहर के चारों ओर 450 किलोमीटर के दायरे को कवर करता है।
  • चेन्नई के चारों ओर 150 किलोमीटर के दायरे को कवर करने वाला एक्स-बैंड रडार शुरू किया गया है। यह दक्षिणी शहर चेन्नई के लिए तीसरा रडार है।

डॉप्लर रडार: यह पूर्वानुमानकर्ताओं को रियलटाइम में वर्षा, बादलों की प्रगति, गरज और आकाशीय बिजली का अवलोकन करने में मदद करता है। भारी वर्षा जैसी चरम मौसमीय घटनाओं के दौरान रडार संचालन विशेष रूप से महत्वपूर्ण होते हैं और इनके डेटा का उपयोग स्थानीय स्तर पर अचानक बाढ़ की भविष्यवाणी करने में भी किया जाता है।

अन्य तथ्य: नवीनतम चार 'डॉप्लर मौसम रडार' के साथ, IMD के पास अब देश में 33 रडार हैं। पिछले साल जनवरी में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में दो डॉप्लर रडार लगाए गए थे।