कुष्ठ प्रभावित व्यक्तियों हेतु राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की एडवाइजरी

  • 21 Jan 2022

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने 18 जनवरी, 2022 को कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों के कल्याण के लिए केंद्र, राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों को एक विस्तृत एडवाइजरी जारी की है।

महत्वपूर्ण तथ्य: एडवाइजरी में, NHRC ने 90 से अधिक कानूनों में भेदभावपूर्ण प्रावधानों को समयबद्ध तरीके से हटाने का आह्वान किया है।

NHRC की सिफारिशें: राज्य सरकार को शीघ्र रिपोर्टिंग और चिकित्सा सहायता सुनिश्चित करने के लिए एक हेल्पलाइन स्थापित करनी चाहिए और कुष्ठ प्रभावित व्यक्तियों के लिए मोबाइल आधारित टेली-परामर्श सेवाएं प्रदान करना चाहिए।

  • केंद्र और राज्य सरकारों को जागरूकता पैदा करनी चाहिए कि कुष्ठ रोग पूरी तरह से इलाज योग्य है।
  • यह जागरूकता फैलानी चाहिए कि कुष्ठ रोग से पीड़ित व्यक्ति एमडीटी की पहली खुराक प्राप्त करने के बाद संक्रामक नहीं रहता है और सामान्य विवाहित जीवन व्यतीत कर सकता है, बच्चे पैदा कर सकता है, सामाजिक कार्यक्रमों में भाग ले सकता है और सामान्य रूप से काम कर सकता है, स्कूल और कॉलेज जा सकता है।
  • युवाओं को संवेदनशील बनाने के लिए इसे ‘स्कूली पाठ्यक्रम’ में शामिल किया जाना चाहिए।
  • NHRC ने कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों और उनके परिवार के सदस्यों को व्यावसायिक प्रशिक्षण, बेरोजगारी भत्ता, मातृत्व-पितृत्व अवकाश, स्वास्थ्य बीमा और अंतिम संस्कार लाभ प्रदान करने के लिए विशेष कार्यक्रम शुरू करने का भी आह्वान किया है।
  • कुष्ठ से प्रभावित व्यक्तियों को प्राथमिकता के आधार पर बीपीएल कार्ड, आधार कार्ड, जॉब कार्ड और अन्य पहचान प्रमाण प्रदान किए जाएं।