समसामयिकी -25 October 2021
संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप बिजनेस और सार्वजनिक उपक्रम
देवव्रत मुखर्जी ऑडिट ब्यूरो ऑफ सर्कुलेशन के प्रमुख चुने गए
सितंबर 2021में यूनाइटेड ब्रेवरीज के मुख्य विपणन अधिकारी देवव्रत मुखर्जी को सर्वसम्मति से 2021-2022 के लिए ऑडिट ब्यूरो ऑफ सर्कुलेशन (Audit Bureau of Circulations: ABC) का अध्यक्ष चुना गया है।
- 1948 में स्थापित ABC एक गैर-लाभकारी, स्वैच्छिक संगठन है, जिसमें प्रकाशक, विज्ञापनदाता और विज्ञापन एजेंसियां सदस्य के रूप में शामिल हैं। इसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है।
- यह ABC के सदस्य प्रकाशनों के प्रसार (Circulations) के आंकड़ों को प्रमाणित करने के लिए लेखा परीक्षा प्रक्रियाओं को विकसित करने में अग्रणी कार्य करता है।
पीआईबी न्यूज अंतरराष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन महासभा की चौथी बैठक
अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) महासभा की चौथी बैठक 18 से 21 अक्टूबर, 2021 तक वर्चुअल माध्यम में आयोजित की गई।
महत्वपूर्ण तथ्य: चार दिवसीय की बैठक के सत्र में 74 सदस्य देशों सहित कुल 108 देशों ने भाग लिया।
- इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री और ISA महासभा के अध्यक्ष आर.के. सिंह ने की।
- ISA ने 2030 तक सौर क्षेत्र में 1 ट्रिलियन डॉलर के निवेश का लक्ष्य रखा है, जो दुनिया को आवश्यक ऊर्जा रूपांतरण (energy transitions) के करीब लाने में महत्वपूर्ण होगा।
- ISA महासभा COP-26 में ‘ग्रीन ग्रिड्स पहल - वन सन वन वर्ल्ड वन ग्रिड’ (GGI-OSOWOG) के लॉन्च के लिए "वन सन" (One Sun) राजनीतिक घोषणा को हरी झंडी दे दी है।
- ISA ने आईएसए के सदस्य देशों में सौर ऊर्जा के लिए1 ट्रिलियन डॉलर का वैश्विक निवेश जुटाने के लिए 'ब्लूमबर्ग फिलैंथ्रोपीज' (Bloomberg Philanthropies) के साथ भागीदारी करने की भी घोषणा की। दोनों संगठन वर्ल्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट (WRI) के साथ मिलकर 'सौर निवेश कार्रवाई एजेंडा' और 'सोलर निवेश रोडमैप' विकसित करेंगे, जिसे COP-26 में लॉन्च किया जाना है।
सामयिक खबरें आर्थिकी
मर्सर सीएफए इंस्टीट्यूट वैश्विक पेंशन सूचकांक 2021
19 अक्टूबर, 2021 को जारी ‘मर्सर सीएफए इंस्टीट्यूट वैश्विक पेंशन सूचकांक 2021’ (Mercer CFA Insitute Global Pension Index 2021) में भारत दुनिया भर में 43 पेंशन प्रणालियों में 40वें स्थान पर है।
(Image Source: https://www.mercer.com/)
महत्वपूर्ण तथ्य: विश्लेषण किए गए देशों में भारत का समग्र सूचकांक स्कोर 43.3 था, जो 2020 के सूचकांक स्कोर 45.7 से कम है। वैश्विक स्तर पर, भारत 2020 में 39 पेंशन प्रणालियों में 34वें स्थान पर था।
- सूचकांक तीन उप-सूचकांकों के साथ सेवानिवृत्ति पेंशन प्रणाली को रैंक करता है - पर्याप्तता (adequacy), स्थिरता (sustainability) और सत्यनिष्ठा (integrity), जिनमें भारत ने क्रमशः 33.5, 41.8 और 61.0 स्कोर किया है।
- विश्व स्तर पर, आइसलैंड पहले, नीदरलैंड दूसरे तथा डेनमार्क तीसरे स्थान पर है, जबकि थाईलैंड सबसे नीचे 43वें स्थान पर है।
- मर्सर कंसल्टिंग, एक प्रमुख वैश्विक प्रबंधन परामर्श फर्म है, जो 50 से अधिक संकेतकों का उपयोग करके प्रत्येक सेवानिवृत्ति आय प्रणाली को रैंक करने के लिए वार्षिक सूचकांक जारी करती है।
सामयिक खबरें राष्ट्रीय
अंशकालिक कर्मियों को नियमितीकरण का हक नहीं: सुप्रीम कोर्ट
7 अक्टूबर, 2021 को सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अंशकालिक कर्मचारी नियमितीकरण की मांग करने के हकदार नहीं हैं क्योंकि वे सरकार में किसी भी स्वीकृत पद पर काम नहीं कर रहे हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य: जस्टिस एम आर शाह और ए.एस. बोपन्ना ने हाल के एक फैसले में स्पष्ट किया कि अंशकालिक अस्थायी कर्मचारियों की कोई स्थायी बहाली नहीं हो सकती है।
- नियमितीकरण केवल राज्य/सरकार द्वारा घोषित नीति के अनुसार हो सकता है और "कोई भी अधिकार के रूप में नियमितीकरण का दावा नहीं कर सकता"।
- उच्च न्यायालय सरकार को एक विशेष नियमितीकरण नीति तैयार करने का निर्देश भी नहीं दे सकता है।
- यह फैसला चंडीगढ़ के एक डाकघर में अंशकालिक सफाईकर्मियों के नियमितीकरण से संबंधित याचिका पर आया है।
सामयिक खबरें राष्ट्रीय
सैन्य अधिकारियों को तिब्बत विज्ञान में प्रशिक्षण
वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तैनात अपने अधिकारियों और जवानों में तिब्बत की संस्कृति की समझ विकसित करने और सूचना युद्ध में पारंगत बनाने की दृष्टि से, सेना ने अरुणाचल प्रदेश में केंद्रीय हिमालयी सांस्कृतिक शिक्षण संस्थान के साथ साझेदारी में तिब्बत विज्ञान (Tibetology) में एक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम शुरू किया है।
महत्वपूर्ण तथ्य: 15 प्रतिभागियों के पहले बैच को मार्च से जून 2021 तक प्रशिक्षित किया गया था।
- तिब्बती परंपराओं, सांस्कृतिक विशिष्टताओं, लोकतंत्र और राजनीतिक प्रभाव आदि को समझने से भारतीय सेना के जवानों और अधिकारियों को अपने कामकाज की दिशा और कमियों की जानकारी मिलेगी तथा क्षेत्र को लेकर रणनीति तैयार करने में भी मदद मिलेगी।
- सेना के प्रशिक्षण कमान (ARTRAC) ने देश भर में तिब्बत विज्ञान में प्रशिक्षण के लिए सात संस्थानों को चिह्नित किया है।
- प्रारंभिक पाठ्यक्रम के 42 दिनों के दौरान, तिब्बती इतिहास, भू-राजनीति और वर्तमान राजनीतिक गतिशीलता को व्याख्यान और केस स्टडी के रूप में शामिल किया गया था।
- तिब्बती मुद्दों में पारंगत (बोमडिला स्थित मठ के) लामा यह प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
सामयिक खबरें अंतर्राष्ट्रीय
नया क्वाड आर्थिक फोरम
भारत, इजरायल, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और संयुक्त राज्य अमेरिका ने 18 अक्टूबर, 2021 को एक 'नया क्वाड आर्थिक फोरम' (New quadrilateral economic forum) लॉन्च करने का फैसला किया है।
उद्देश्य: आर्थिक सहयोग के लिए एक अंतरराष्ट्रीय फोरम स्थापित करना।
महत्वपूर्ण तथ्य: यह नया क्वाड फोरम अब्राहम समझौते के बाद अमेरिका-इजरायल-यूएई के बीच चल रहे सहयोग और तब से शुरू किए गए भारत-इजरायल-यूएई सहयोग पर आधारित है।
- 2020 में अब्राहम समझौते के तहत यूएई और इजरायल ने राजनयिक संबंध स्थापित किए थे।
फोकस क्षेत्र: नया समूह मध्य पूर्व और एशिया में आर्थिक और राजनीतिक सहयोग का विस्तार करेगा, जिसमें व्यापार, जलवायु परिवर्तन का मुकाबला, ऊर्जा सहयोग और समुद्री सुरक्षा बढ़ाना शामिल है।
- नया समूह विशेष रूप से "परिवहन, प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में संयुक्त बुनियादी ढांचा परियोजनाओं" की संभावनाओं की तलाश करेगा।
संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप चर्चित स्थल
मार्तंड सूर्य मंदिर
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने 19 अक्टूबर, 2021 को मार्तंड सूर्य मंदिर का दौरा किया।
(Image Source: https://tfipost.com/)
- एक पहाड़ी के ऊपर स्थित, यह मंदिर कोणार्क और मोढेरा की तुलना में सबसे पुराने ज्ञात सूर्य मंदिरों में से एक है।
- मार्तंड सूर्य मंदिर एक कश्मीरी हिंदू मंदिर था, जो सूर्य (हिंदू धर्म में प्रमुख सौर देवता) को समर्पित था। 'मार्तंड' हिंदू सूर्य-देवता का संस्कृत में एक नाम है।
- हालांकि यह अब खंडहर में तब्दील हो गया है, ऐसा माना जाता है कि इसे मुस्लिम शासक सिकंदर शाह मिरी के आदेश पर नष्ट कर दिया गया था।
- यह मंदिर केंद्र-शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में अनंतनाग से पांच मील की दूरी पर स्थित है।
- मार्तंड सूर्य मंदिर का निर्माण कारकोटा राजवंश के तीसरे शासक ललितादित्य मुक्तापीड ने 8वीं शताब्दी में करवाया था।
संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप अभियान/सम्मेलन/आयोजन
फ्यूचर टेक 2021
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय में राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने डिजिटल प्रौद्योगिकियों पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी - 'फ्यूचर टेक 2021' के उद्घाटन सत्र में हिस्सा लिया।
(Image Source: @FollowCII Twitter)
- भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा 'फ्यूचर टेक 2021' का आयोजन 19 से 27 अक्टूबर, 2021 तक किया जा रहा है।
- यह कार्यक्रम एक केंद्रित विषय "भविष्य के निर्माण के लिए प्रमुख वाहक तकनीक, हम सब भरोसा कर सकते हैं" के साथ 5 मुख्य विषयों: रणनीति, विकास, लचीलापन, समावेशिता, विश्वास पर आधारित है।
- अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में उद्यमियों, उद्योग जगत की हस्तियों और सरकारी अधिकारियों के बीच डिजिटल प्रौद्योगिकियों के अनुप्रयोग पर चर्चा की जाएगी।
संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप चर्चित दिवस
विश्व खाद्य दिवस (16 अक्टूबर)
2021 का विषय: 'हमारे कार्य ही हमारे भविष्य हैं- बेहतर उत्पादन, बेहतर पोषण, बेहतर पर्यावरण और बेहतर जीवन' (Our actions are our future- Better production, better nutrition, a better environment and a better life)
महत्वपूर्ण तथ्य: इसी दिन 1945 में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) की स्थापना की गई थी। इसी उपलक्ष्य में हर साल 16 अक्टूबर को 'विश्व खाद्य दिवस' मनाया जाता है।
- एफएओ के अनुसार 3 अरब से अधिक लोगों (दुनिया की आबादी का लगभग 40%) की स्वस्थ आहार तक पहुँच नहीं है।
संक्षिप्त खबरें संस्थान-संगठन
जैव संसाधन और स्थायी विकास संस्थान
केंद्रीय मंत्री. डॉ जितेंद्र सिंह ने पूर्वोत्तर क्षेत्र की समग्र समृद्धि के लिए फसल, फल और पादप अनुसंधान में जैव प्रौद्योगिकी विभाग की परियोजनाओं की समीक्षा करने के लिए इंफाल के जैव-संसाधन और सतत विकास संस्थान (Institute of Bio-resources and Sustainable Development: IBSD) का दौरा किया।
- जीव विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी के आधुनिक उपकरणों के अनुप्रयोग के माध्यम से देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र के समृद्ध जैव संसाधनों का विकास और उपयोग करने के उद्देश्य से 2001 में इंफाल, मणिपुर में जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) द्वारा जैव-संसाधन और सतत विकास संस्थान की स्थापना की गई थी।
- यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग का एक स्वायत्त संस्थान है।
- इसके अनुसंधान के क्षेत्र जीव विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी, कृषि विज्ञान तथा चिकित्सा विज्ञान हैं। IBSD के निदेशक प्रो. पुलक कुमार मुखर्जी हैं।
राज्य समाचार हरियाणा
हरियाणा ने लगाया सरकारी कर्मचारियों के राजनीति और चुनाव में भाग लेने पर प्रतिबंध
पिछले एक साल से अधिक समय से नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों के विरोध का सामना कर रही हरियाणा सरकार ने 11 अक्टूबर, 2021 को अपने कर्मचारियों की राजनीति और चुनाव में भागीदारी पर प्रतिबंध लगा दिया।
- हरियाणा सिविल सेवा (सरकारी कर्मचारी आचरण) नियम, 2016 को लागू करते हुए इस संबंध में एक अधिसूचना भी जारी की गई है।
- प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों, प्रबंध निदेशकों, बोर्डों के मुख्य प्रशासकों, निगमों, संभागीय आयुक्तों, हरियाणा के उपायुक्तों, हरियाणा के विश्वविद्यालयों के रजिस्ट्रार और रजिस्ट्रार (जनरल), पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय को "हरियाणा सिविल सेवा (सरकारी कर्मचारी आचरण) नियम, 2016' के नियम 9 और 10 का अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
- इन नियमों के उल्लंघन करने वालों पर तत्काल और सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
राज्य समाचार अरुणाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश के 'लाहौली बुने हुए मोजे और दस्ताने' और 'चंबा चप्पल' को जीआई टैग
सितंबर 2021 में हिमाचल प्रदेश के 'लाहौली बुने हुए मोजे और दस्ताने' (Lahauli Knitted Socks & Gloves) और 'चंबा चप्पल' (Chamba Chappal) को जीआई टैग प्रदान किया गया है।
(Image Source: https://www.tv9hindi.com/ & Amazon.in)
लाहौली बुने हुए मोजे और दस्ताने: ये बुने हुए मोजे और दस्ताने स्थानीय भेड़ की ऊन से बने होते हैं।
- ये अद्वितीय शिल्प, केवल आदिवासी जिले लाहौल और स्पीति में निर्मित किए जाते हैं।
- ये प्राकृतिक सफेद, काले, धूसर और भूरे रंग में उपलब्ध होते हैं। रंगीन पैटर्न डिजाइन करने के लिए लोग सफेद ऊन को प्राकृतिक पौधों के अर्क के प्राकृतिक रंग से रंगते हैं।
चंबा चप्पल: इसकी परंपरा राजा चरत सिंह (नौवीं शताब्दी की शुरुआत में) के समय की है।
- पारंपरिक चंबा चप्पल को स्थानीय रूप से बने चमड़े से तैयार किया जाता है।
- इन चप्पलों के डिजाइन में पत्ते और फूल होते हैं। चंबा चप्पलों में चमड़े/रबड़ के तलवे होते हैं, जो कठिन पहाड़ी इलाकों पर चलते समय सहायता प्रदान करते हैं।
राज्य समाचार राजस्थान
राजस्थान की सोजत मेहंदी को मिला जीआई टैग
सितंबर 2021 में राजस्थान की 'सोजत मेहंदी' को सरकार से भौगोलिक संकेतक (जीआई) टैग प्राप्त हुआ है।
(Image Source: The Hindu)
- सोजत मेहंदी की उत्पत्ति राजस्थान के पाली जिले की सोजत तहसील में उगाई जाने वाली मेहंदी के पत्तों से होती है।
- सोजत मेहंदी की पत्तियों में उच्च मात्रा में लॉसोन (पत्तियों में मौजूद एक लाल-नारंगी रंग) प्राप्त करने के लिए वर्षा जल द्वारा इसकी पूरी तरह से प्राकृतिक रूप से खेती की जाती है।
- सोजत तहसील के कई प्राकृतिक कारक जैसे- भू-वैज्ञानिक संरचना, स्थलाकृति और जल निकासी प्रणाली, जलवायु और मिट्टी इसकी फसल के लिए उपयुक्त होते हैं।
- मेहंदी के पत्तों को सुखाकर सुगंधित तेल भी निकाला जाता है। मेहंदी के पौधे की पत्तियां, छाल, बीज और जड़ औषधीय रूप में प्रयोग की जाती है।