समसामयिकी -26 April 2021
पीआईबी न्यूज राष्ट्रीय
होम्योपैथी-एकीकृत चिकित्सा के लिए रोडमैप’ विषय पर दो दिवसीय सम्मेलन
10-11 अप्रैल, 2021 को नई दिल्ली में 'होम्योपैथी-एकीकृत चिकित्सा के लिए रोडमैप' (Homoeopathy - Roadmap for Integrative Medicine) विषयपर दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया गया।
उद्देश्य: एकीकृत चिकित्सा में होम्योपैथी के प्रभावी और कुशल समावेशन के लिए रणनीतिक कार्रवाई की पहचान करने हेतु नीति निर्माताओं और विशेषज्ञों द्वारा अनुभवों का आदान-प्रदान करना।
- 10 अप्रैल को विश्व होम्योपैथी दिवस के अवसर पर आयुष मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त शीर्ष शोध संगठन केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद (CCRH) द्वारा सम्मेलन का आयोजन किया गया।
- CCRH ने एक डेटाबेस 'होम्योपैथिक क्लिनिकल केस रिपॉजिटरी' (Homoeopathic Clinical Case Repository) का शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य होम्योपैथी के माध्यम से उपचारित मामलों को संकलित करना है, ताकि होम्योपैथी के लिए साक्ष्य आधार का निर्माण किया जा सके।
सामयिक खबरें आर्थिकी
भूजल की कमी से भारत में शीतकालीन फसलों की तीव्रता में कमी की संभावना
अप्रैल 2021 में 'साइंस एडवांसेज' (Science Advances) में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार गंभीर भूजल की कमी से भारत में शीतकालीन फसलों की तीव्रता या रोपित भूमि की मात्रा 2025 तक 20% तक घट सकती है।
महत्वपूर्ण तथ्य: अंतरराष्ट्रीय दल ने शीतकालीन फसली क्षेत्रों पर भारत के तीन मुख्य सिंचाई प्रकारों कुओं (dug wells), नलकूपों ( tube wells) और नहरों (canals) का अध्ययन किया तथा केंद्रीय भूजल बोर्ड के भूजल आंकड़ों का विश्लेषण किया।
- अध्ययन में पाया गया कि शीतकालीन फसलों वाले 13% गाँव गंभीर रूप से पानी की कमी वाले क्षेत्रों में स्थित हैं।
- यदि भविष्य में सभी भूजल सिंचाई तक पहुँच ना हो पाए तो ये गाँव अपने फसली क्षेत्र का 68% हिस्सा खो सकते हैं। परिणाम बताते हैं कि ये नुकसान बड़े पैमाने पर उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में होंगे।
- उन्होंने पाया कि यदि सभी क्षेत्र, जो वर्तमान में सिंचाई के लिए भूजल का उपयोग कर रहे हैं, विकल्प के तौर पर नहर द्वारा सिंचाई को अपनाएंगे, तब भी फसल की तीव्रता में 7% की कमी हो सकती है।
- भारत दुनिया में गेहूं का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, देश में 30 मिलियन हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र इस फसल के उत्पादन के लिए समर्पित है।
सामयिक खबरें अंतर्राष्ट्रीय
व्हिट्सन रीफ
अप्रैल 2021 में यूरोपीय संघ के अनुसार व्हिट्सन रीफ (Whitsun Reef) में बड़े चीनी जहाजों की उपस्थिति, क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए खतरा है, जिससे दक्षिण चीन सागर में तनाव की स्थिति है।
महत्वपूर्ण तथ्य: यूरोपीय संघ ने सभी पक्षों से 2016 के न्यायाधिकरण के फैसले का पालन करने का आग्रह किया, जिसने दक्षिण चीन सागर पर चीन की अधिकांश संप्रभुता के दावे को खारिज कर दिया है।
- क्षेत्र में व्हिट्सन रीफ पर 220 चीनी जहाजों ने लंगर डाला है, जो कि फिलीपींस के विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) के अंतर्गत आता है। चीन, व्हिट्सन रीफ पर अपनी नाइन-डैश लाइन (nine-dash line) की ओर होने का दावा करता है।
- विवादित व्हिट्सन रीफ को फिलीपींस 'जूलियन फेलिप रीफ' (Julian Felipe Reef) तथा चीन 'नियु ई जिआओ' (Niu'E Jiao) कहता है।
- यूरोपीय संघ के आरोपों को खारिज करते हुए चीन ने व्हिट्सन रीफ को चीन के 'नन्शा' द्वीप या 'स्प्रेटली' द्वीप समूह का हिस्सा बताया है और इस क्षेत्र में चीनी मछुआरों की नावों के संचालन को 'उचित और वैध' ठहराया है।
- चीन तथाकथित ‘नाइन -डैश लाइन’ के साथ चिह्नित 1940 के दशक के चीनी मानचित्र को आधार बनाते हुए दक्षिण चीन सागर के अधिकांश हिस्सों पर दावा करता है। 2016 में, न्यायाधिकरण ने फिलीपींस के पक्ष में फैसला सुनाया था और ‘समुद्र के कानून पर संयुक्त राष्ट्र अभिसमय’ (UNCLOS) के तहत नाइन-डैश लाइन को गैरकानूनी घोषित किया था।
- चीन 90% संभावित ऊर्जा संपन्न दक्षिण चीन सागर पर दावा करता है, लेकिन ब्रुनेई, मलेशिया, फिलीपींस, ताइवान और वियतनाम भी इसके कुछ हिस्सों पर दावा करते हैं।
सामयिक खबरें अंतर्राष्ट्रीय
उत्सर्जन संबंधित ‘शुद्ध शून्य उत्पादक फोरम’
अप्रैल 2021 में दुनिया के प्रमुख तेल और गैस उत्पादकों में से पांच देशों कनाडा, नॉर्वे, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त राज्य अमेरिका ने तेल और गैस उत्पादकों के लिए उत्सर्जन संबंधित 'शुद्ध शून्य उत्पादक फोरम' (Net Zero Producers Forum) की स्थापना की योजना बनाई है।
उद्देश्य: जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते के कार्यान्वयन के समर्थन के तौर- तरीकों पर चर्चा करना।
महत्वपूर्ण तथ्य: कनाडा, नॉर्वे, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त राज्य अमेरिका, सामूहिक रूप से 40 प्रतिशत वैश्विक तेल और गैस उत्पादन का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- वे एक सहकारी मंच बनाने के लिए एक साथ आएंगे, जो मीथेन में कमी सहित व्यावहारिक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन रणनीतियों को विकसित करेंगे; चक्रीय कार्बन अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाएंगे, स्वच्छ-ऊर्जा और कार्बन अवशोषण और भंडारण प्रौद्योगिकियों के विकास और तैनाती, हाइड्रोकार्बन राजस्व पर निर्भरता में विविधता लाएंगे और प्रत्येक देश की राष्ट्रीय परिस्थितियों के अनुरूप अन्य उपाय करेंगे।
- वैश्विक जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, तेल और गैस उत्पादक राष्ट्रों सहित सभी प्रमुख उत्सर्जकों से सहयोग की आवश्यकता है, ताकि जीवाश्म ईंधन उत्सर्जन को चरणबद्ध रूप से हटाने के समाधान की पहचान की जा सके और संभव अधिकतम उत्सर्जन को कम किया जा सके।
सामयिक खबरें पर्यावरण
नासा और स्पेसएक्स 'क्रू -2 मिशन'
23 अप्रैल, 2021 को नासा और स्पेसएक्स ने 'क्रू -2 मिशन' (Crew-2 mission) के तहत चार अंतरिक्ष यात्रियों को एक बार प्रयुक्त हो चुके रॉकेट और यान को नए सिरे से बना कर फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (International Space Station- ISS) के लिए भेजा।
महत्वपूर्ण तथ्य: एलन मस्क की तेजी से बढ़ती कंपनी स्पेसएक्स ने एक साल के भीतर तीसरी बार मानवयुक्त अंतरिक्ष यान को अंतरिक्ष में भेजा है।
- चार सदस्यीय टीम में अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री शेन किम्ब्रोघ और मेगन मैकआर्थर, फ्रांस के थॉमस पेस्क्वेट और जापान के अकिहिको होशिदे शामिल हैं।
- 'क्रू -2 मिशन'नासा और स्पेसएक्स एजेंसी के वाणिज्यिक क्रू कार्यक्रम (Commercial Crew Programme) के छ: क्रू मिशनों में से दूसरा है।
- क्रू -2 के सदस्य छ: माह के दौरान मुख्यतः अंतरिक्ष अध्ययन में ‘ऊतक-चिप्स’ (Tissue Chips) की श्रृंखला जारी रखने पर ध्यान केन्द्रित करेंगे। ये ‘ऊतक चिप्स’ मानव अंगों के छोटे प्रतिरूप होते हैं, जिनमें विभिन्न प्रकार की कोशिकाएं होती हैं, जो मानव शरीर की भांति व्यवहार करती हैं।
- ये चिप्स मानक प्रक्रिया की तुलना में बहुत जल्दी सुरक्षित और प्रभावी दवाओं या टीकों की पहचान करना संभव कर सकते हैं।
- ‘वाणिज्यिक क्रू कार्यक्रम’ का मुख्य उद्देश्य, लागत के संदर्भ में अंतरिक्ष तक पहुंच को आसान बनाना है, ताकि कार्गो और चालक दलों (crew) को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से आसानीपूर्वक लाया और ले जाया जा सके।
संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप निधन
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति मोहन एम. शांतनगौदर का निधन
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति मोहन एम. शांतनगौदर का 25 अप्रैल, 2021 को गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे 62 वर्ष के थे।
- वे सुप्रीम कोर्ट के नौवें वरिष्ठतम न्यायाधीश थे। सिविल, आपराधिक और संवैधानिक मामलों के विशेषज्ञ शांतनगौदर ने 1999 से 2002 तक कर्नाटक के राज्य लोक अभियोजक (State Public Prosecutor) के रूप में कार्य किया था। उन्हें सितंबर 2004 में कर्नाटक उच्च न्यायालय का स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।
- उन्हें 2016 में केरल उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। उन्होंने 17 फरवरी, 2017 को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली थी, उन्हें 4 मई, 2023 को सेवानिवृत्त होना था।
संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप पुरस्कार/सम्मान
कलिंग रत्न पुरस्कार 2021
2 अप्रैल, 2021 को आंध्र प्रदेश के राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन को वर्ष 2021 के लिए 'कलिंग रत्न पुरस्कार' (Kalinga Ratna award 2021) से सम्मानित किया गया।
- भारत के उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने आदिकवि सारला दास की 600वीं जयंती और सारला साहित्य संसद के 40वें वार्षिक समारोह के दौरान कटक में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन को यह पुरस्कार प्रदान किया।
- इस पुरस्कार को 'सारला साहित्य संसद' द्वारा स्थापित किया गया है। कलिंग रत्न पुरस्कार में देवी सरस्वती की एक चांदी की प्रतिमा और एक तांबे की पट्टिका प्रदान की जाती है।
- वर्ष 2007 से कलिंग रत्न पुरस्कार हर साल ओडिशा के एक योग्य व्यक्ति को राष्ट्रीय / अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है।
- आदिकवि सारला दास ओडिया साहित्य के क्षेत्र में एक प्रतिभाशाली व्यक्तित्व थे। 15वीं शताब्दी में सारला दास द्वारा लिखित 'सारला महाभारत' एक क्षेत्रीय भाषा में पहला पूर्ण महाभारत है।
- ओडिया भाषा और साहित्य में सारला दास के योगदान के कारण उन्हें 'ओडिया साहित्य का जनक' (Father of Odia literature) कहा जाता है।
संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप चर्चित दिवस
विश्व मलेरिया दिवस
25 अप्रैल
2021 का विषय/अभियान: 'शून्य मलेरिया लक्ष्य तक पहुंचना' (Reaching the zero malaria targets)।
महत्वपूर्ण तथ्य: यह दिवस मलेरिया की रोकथाम और नियंत्रण के लिए निरंतर निवेश और निरंतर राजनीतिक प्रतिबद्धता की आवश्यकता को उजागर करने का अवसर प्रदान करता है।
खेल समाचार चर्चित खेल व्यक्तित्व
दुती चंद को छत्तीसगढ़ वीरनी पुरस्कार
अप्रैल 2021 में 100 मीटर और 200 मीटर में जकार्ता एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता दुती चंद को छत्तीसगढ़ वीरनी पुरस्कार (Chhattisgarh Veerni Award) से सम्मानित किया गया है।
- छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा स्थापित यह पुरस्कार खेल सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय महिलाओं को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है।
- दुती चंद 2019 में इटली में आयोजित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला थी। दुती के नाम 100 मीटर स्पर्धा में 11.22 सेकेंड का राष्ट्रीय रिकॉर्ड है।
खेल समाचार चर्चित खेल व्यक्तित्व
बास्केटबॉल के प्रसिद्ध खेल प्रशासक ए. एन. द्यानेश्वरन का निधन
बास्केटबॉल के प्रसिद्ध खेल प्रशासक ए. एन. द्यानेश्वरन का 18 अप्रैल, 2021 को निधन हो गया। वे 78 वर्ष के थे।
- द्यानेश्वरन 1983-89 तक तमिलनाडु बास्केटबॉल एसोसिएशन (TNBA) के अध्यक्ष और 1989-2008 तक चेयरमैन रहे। वह 1967 में सियोल में एशियाई चैंपियनशिप भारतीय टीम के उप-कप्तान थे।
- एक प्रशासक के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, तमिलनाडु सीनियर पुरुष टीम ने अपना दबदबा शुरू किया और सात राष्ट्रीय खिताब जीते।
राज्य समाचार मेघालय
उमंगोट नदी पर पनबिजली परियोजना का विरोध
अप्रैल 2021 में मेघालय के कम से कम 12 गाँवों ने भारत की सबसे साफ नदी मानी जाने वाली उमंगोट पर 210 मेगावाट की पनबिजली परियोजना का भारी विरोध किया है।
- ये गाँव ईस्ट खासी हिल्स जिले में बांग्लादेश की सीमा के पास स्थित हैं, लेकिन बांध नदी के उपरी क्षेत्र में वेस्ट जैंतिया हिल्स जिले के निकटवर्ती क्षेत्र में प्रस्तावित है।
- यह परियोजना मेघालय ऊर्जा निगम लिमिटेड (MeECL) द्वारा निष्पादित की जानी है। बांध के कारण उमंगोट से सटे गांवों के लोगों की 296 हेक्टेयर जमीन डूब जाने की आशंका है।
उमंगोट नदी: नदी का पानी इतना साफ है कि नदी के तल पर नावों की छाया दिखने के अलावा इस पर नाव के चलने पर ऐसा लगता है कि मानो वह किसी कांच के पारदर्शी टुकड़े पर तैर रही हो।
- यह नदी भारत-बांग्लादेश सीमा के पास वेस्ट जयंतिया हिल्स जिले के एक छोटे से लेकिन व्यस्त शहर दॉकी (Dawki) से होकर बहती है।
- यह नदी रि पनार (जयंतिया हिल्स की) और हिमा खिरिम (खासी हिल्स की) के बीच की प्राकृतिक सीमा है, जिसके ऊपर एक एकल झूला पुल है।