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सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी
सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- CBDC फिएट करेंसी का एक डिजिटल रूप है जिसमें लेन-देन के लिये ब्लॉकचेन द्वारा समर्थित वॉलेट का उपयोग किया जा सकता है तथा इसे केंद्रीय बैंक द्वारा नियंत्रित किया जाता है। यह केंद्रीय बैंक द्वारा जारी डिजिटल रूप में एक कानूनी निविदा है।
- फिएट मनी सरकार द्वारा जारी मुद्रा है जो सोने जैसी कमोडिटी द्वारा समर्थित है। फिएट मनी केंद्रीय बैंकों को अर्थव्यवस्था पर अधिक नियंत्रण प्रदान करती है क्योंकि वे नियंत्रित कर सकते हैं कि कितना पैसा मुद्रित किया जाता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A |
1 और 2
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B |
केवल 1
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C |
केवल 2
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D |
इनमें से कोई नहीं
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Your Ans is
Right ans is B
Explanation :
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने देश में डिजिटल करेंसी (Digital Currency) लाने के लिए सरकार को प्रस्ताव दिया है। सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (Central Bank Digital Currency) लांच करने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक्ट 1934 (RBI Act 1934) में संशोधन करने की जरूरत होगी। रिजर्व बैंक के इस प्रस्ताव में बैंक नोट (Bank Note) की परिभाषा का दायरा बढ़ाने की बात की गई है। केंद्रीय बैंक ने करेंसी को डिजिटल फॉर्म में स्वीकार किए जाने की सिफारिश की है। रिजर्व बैंक लंबे समय से इस बात की तैयारी कर रहा था कि बिना किसी व्यवधान के किस तरह से चरणों में सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) को लॉन्च किया जाए।
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