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चुनावी बांड्स / ‘इलेक्टोरल बांड’
चुनावी बांड्स / ‘इलेक्टोरल बांड’ के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- चुनावी बॉन्ड / ‘इलेक्टोरल बांड’ (Electoral Bond), राजनीतिक दलों को चंदा देने के लिए एक वित्तीय साधन है।
- इन बांड्स के लिए, 1,000 रुपए, 10,000 रुपए, 1 लाख रुपए, 10 लाख रुपए और 1 करोड़ रुपए के गुणकों में जारी किया जाता है, और इसके लिए कोई अधिकतम सीमा निर्धारित नहीं की गयी है।
- इन बॉन्डों को जारी करने और भुनाने के लिए ‘भारतीयरिजर्वबैंक’ को अधिकृत किया गया है। यह बांड जारी होने की तारीख से पंद्रह दिनों की अवधि के लिए वैध होते हैं।
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सुमेलित है/हैं?
A |
केवल 1 और 2
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B |
केवल 2
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C |
केवल 1 और 3
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D |
1, 2 और 3
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Your Ans is
Right ans is A
Explanation :
- भारत के मुख्य न्यायाधीश एन वी रमण ने ‘चुनावी बांड योजना’, 2018 (Electoral Bond Scheme, 2018) को चुनौती देने वाली एक लंबित याचिका पर याचिकाकर्ताओं को सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुनवाई किए जाने का आश्वासन दिया है।
- चुनावी बॉन्ड से मतलब एक ऐसे बॉण्ड से होता है जिसके ऊपर एक करेंसी नोट की तरह उसकी वैल्यू या मूल्य लिखा होता है. यह बॉण्ड; व्यक्तियों, संस्थाओं और संगठनों द्वारा राजनीतिक दलों को पैसा दान करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.
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