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संवेदनशील जनजातीय समूहों
भारत में विशेष रूप से संवेदनशील जनजातीय समूहों (PVTGs) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
- PVTGs 18 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में रहते हैं।
- स्थिर या घटती जनसंख्या PVTG स्थिति निर्धारित करने हेतु एक मानदंड है।
- देश में अब तक आधिकारिक तौर पर 95 PVTG अधिसूचित हैं।
- इरुलर और कोंडा रेड्डी जनजातियाँ PVTG की सूची में शामिल हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
A |
1, 2 और 3
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B |
2, 3 और 4
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C |
1, 2 और 4
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D |
1, 3 और 4
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Your Ans is
Right ans is C
Explanation :
- ढेबर आयोग ने 1973 में आदिम जनजातीय समूहों (पीटीजी) की एक अलग श्रेणी बनाई जो आदिवासी समूहों में कम विकसित थे। आयोग के अनुसार, अधिक विकसित और मुखर आदिवासी समूह आदिवासी विकास निधि का बड़ा हिस्सा लेते हैं जिसके कारण PVTGs को अपने विकास हेतु निर्देशित अधिक धन की आवश्यकता होती है।
- इस संदर्भ में भारत सरकार ने 1975 में सबसे कमज़ोर आदिवासी समूहों को एक अलग श्रेणी के रूप में पहचानने की पहल की जिसे आदिम संवेदनशील जनजातीय समूह कहा जाता है।
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