अवैध मनी पूलिंग योजनाएं


प्रश्नः क्या मंत्रालय ने अवैध मनी पूलिंग योजनाओं से निवेशकों को सुरक्षा प्रदान करने और अवैध निधि जुटाने की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए उपाय किए हैं; यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है और यदि नहीं, तो इसके क्या कारण हैं; क्या मंत्रालय अपनी ई-गवर्नेंस सेवा एमसीए 21 के संचालन में कृत्रिम बुद्धिमता को एकीकृत करने वाला है और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है?

(डॉ. शशि थरूर द्वारा लोकसभा में पूछा गया अतारांकित प्रश्न)

वित्त और कारपोरेट कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा दिया गया उत्तरः निवेशक शिक्षा और संरक्षण कोष प्राधिकरण (आईईपीएफए प्राधिकरण) की स्थापना निवेशक शिक्षा, जागरूकता, संरक्षा को बढ़ावा देने और निवेशकों के दावे का प्रतिदाय करने के उद्देश्य से कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 125 के अधीन की गई है। आईईपीएफ प्राधिकरण व्यावसायिक संस्थानों और सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड के माध्यम से अपने अधिदेश के भाग के रूप में निवेशकों में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से निवेशक जागरूकता कार्यक्रमों (आईएपी) का आयोजन करता है। इसके अतिरिक्त, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से समय-समय पर जागरूकता सृजक संदेश प्रसारित किए जाते हैं।

  • इसके अतिरिक्त, आईईपीएफ प्राधिकरण ने इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक, नेहरू युवा केंद्र संगठन जैसे विभिन्न संगठनों और विभिन्न बैंकों के साथ निवेशकों में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 125(3)(ग) में उस न्यायालय जिसने उगाही का आदेश दिया था, द्वारा दिए गए आदेश के अनुसरण में शेयरों अथवा डिबेंचरों के लिए पात्र और पहचान करने योग्य आवेदकों, शेयरधारकों, डिबेंचरधारकों अथवा ऐसे जमाकर्ताओं जिन्हें किसी व्यक्ति द्वारा किए गए गलत कार्यों के कारण क्षति हुई हे, में किसी प्रकार की उगाही गई धनराशि के वितरण का प्रावधान है। इसके अतिरिक्त धारा 125(3)(घ) में सदस्यों, डिबेंचरधारकों अथवा जमाकर्ताओं द्वारा धारा 37 और 245 के अधीन राष्ट्रीय कंपनी विधि अधिकरण द्वारा यथा-संस्वीकृत वर्ग कार्रवाई वाद संचालित करने में हुए कानूनी व्यय की प्रतिपूर्ति का भी प्रावधान है।
  • एमसीए 21 प्रणाली का संस्करण 2 वर्तमान में प्रचालन में है। एमसीए 21 संस्करण 3 में हेल्पडेस्क सॉल्यूशन, ई-कंसल्टेशन मॉड्यूल, सुरक्षा और जोखिम प्रबंधन जैसे विभिन्न क्षेत्रों को कृत्रिम बुद्धिमता और मशीन लर्निंग की क्षमताओं की उपयोगिता के लिए अभिकल्पना की गई है।