कृषि शिक्षा


पंडित दीन दयाल उपाध्याय उन्नत कृषि शिक्षा योजना (Pandit Deen Dayal Upadhyay Unnat Krishi Shiksha Yojana) को जैविक खेती, प्राकृतिक खेती और गाय आधारित अर्थव्यवस्था में पर्यावरणीय संपोषण और मृदास्वास्थ्य के लिए मानव संसाधन विकसित करने के लिए शुरू किया गया था।

  • इसकी शुरुआत 100 केंद्रों की स्थापना के साथ हुई थी। इस योजना के तहत संचालन की अवधि के दौरान किसानों को जागरूक करने के लिए 108 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए।
  • कृषि शिक्षा प्रभाग ने अपनी तीन वर्षीय कार्य योजना के तहत देश में उच्च कृषि शिक्षा के सुदृढ़ीकरण और गुणवत्ता आश्वासन के लिए कृषि विश्वविद्यालयों को महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आवश्यकता आधारित सहायता प्रदान की।
  • कृषि विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रम के एक भाग के रूप में, कृषि में प्रत्येक स्नातक छात्र को छात्र 'रेडी' (ग्रामीण उद्यमिता जागरूकता विकास योजना) (Rural Entrepreneurship Awareness Development Yojana- READY) कार्यक्रम का चयन करना होता है, जिसका उद्देश्य उनके अध्ययन के अंतिम वर्ष के दौरान 'ग्रामीण उद्यमिता जागरूकता' प्रदान करना है।