समुद्र-आधारित अर्थव्यवस्था


प्रश्नः देश में समुद्र- आधारित अर्थव्यवस्था (ब्लू इकॉनमी) की विशेषताएं क्या हैं_ देश में मिशन ब्लू इकॉनमी से संबंधित कार्यकलापों के लिए स्वीकृत, आबंटित एवं उपयोग की गई निधियों का ब्यौरा क्या है? ब्लू इकॉनमी के भाग के रूप में देश में चल रही परियोजनाओं का ब्यौरा क्या है?

(ए. राजा, कृपानाथ मल्लाह व डॉ. कलानिधि वीरास्वामी द्वारा 20 मार्च, 2020 को
लोकसभा में पूछा गया अतारांकित प्रश्न)

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी व पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन द्वारा दिया गया उत्तरः

देश में ब्लू इकॉनमी में मुख्य रूप से मत्स्य और जलीय कृषि, तेल और प्राकृतिक गैस, पर्यटन, जहाजरानी, व्यापार, सेवाएं, और सुरक्षा जैसे मुख्य और परंपरागत सेक्टर शामिल हैं- इसके अतिरिक्त इसके अंतर्गत समुद्री खनिज दोहन, समुद्री इंजीनियरिंग, अपतटीय ऊर्जा, जैव-प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग, प्रदूषण अध्ययन, जलवायु परिवर्तन और आपदा प्रबंधन जैसे उभरते क्षेत्रें का भारत में महत्व बढ़ रहा है-

  • पृथ्वी विज्ञान मंत्रलय के लिए मिशन ब्लू इकॉनमी के तहत कोई विशेष धनराशि आबंटित नहीं की गई है। तथापि, पृथ्वी विज्ञान मंत्रलय ने महासागर सेवाएं, मॉडलिंग, अनुप्रयोग, संसाधन और प्रौद्योगिकी (ओ-स्मार्ट) सम्बन्धी अपने कार्यक्रम के तहत वर्ष 2017-18, 2018-19 और 2019-20 के दौरान क्रमशः 326-00 करोड़ रुपये, 443 करोड़ रुपये और 432-00 करोड़ रुपये का उपयोग किया है-
  • नीति आयोग ने अगस्त 2018 में नेशनल ब्लू इकॉनमी, और सतत विकास नीति सम्बन्धी 7 कार्यकारी समूहों का गठन किया था- इस अध्ययन से भारत में समुद्री क्षेत्र के प्रबंधन की प्रासंगिक स्थिति और पहलुओं का चित्रण हुआ है और इस सम्बन्ध में विभिन्न पहलुओं का समाधान हुआ है-

ब्लू इकॉनमी क्या है?

  • ब्लू इकोनॉमी के अंतर्गत ऐसी अर्थव्यवस्था आती है जो प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से महासागरों व समुद्रों पर आधारित होती है- ब्लू इकोनोमी या समुद्री अर्थव्यवस्था का सीधा मतलब है कि समुद्र में व्याप्त खनिज पदार्थों, गैस, तेल एवं अन्य उपयोगी तत्वों का इस्तेमाल अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में हो।
  • गुंटर पॉली की किताब द ब्लू इकोनोमीः 10 ईयर्स, 100 इनोवेशंस, 100 मिलियन जॉब्स’ के वर्ष 2010 में प्रकाशित होने के बाद पहली बार ब्लू इकोनॉमी की संकल्पना को महत्व मिला-
  • भारत में समुद्र आधारित अर्थव्यवस्था यानी ब्लू इकोनोमी को बढ़ावा देने के लिये लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। समु्द्र में अपार संसाधनों की वजह से देश में हजारों लोगों को रोजगार के साथ ही अर्थव्यवस्था में भी बढोत्तरी देखने को मिलेगी।
  • समुद्र में मौजूद विभिन्न मछलियां, खनिज और अनेक संसाधनों के लिहाज से भारत एक धनी देश है। भारत के कुल व्यापार का लगभग 90% समुद्री मार्गों पर निर्भर है।
  • इस वक्त ब्लू इकोनॉमी के तहत मुख्य फोकस खनिज पदार्थों समेत समुद्री उत्पादों पर है- हालाँकि ब्लू इकोनॉमी की संकल्पना कहीं ज्यादा व्यापक है और इसमें नौवहन जैसी समुद्री गतिविधियां भी शामिल हैं।