शी-बॉक्स


प्रश्नः क्या मंत्रालय ने महिलाओं का कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न (निवारण, प्रतिषेध और प्रतितोष) अधिनियम, 2013 के अंतर्गत शी-बॉक्स को सभी केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों से जोड़ दिया है; यदि हां, तो क्या इसके परिणामस्वरूप लैंगिक उत्पीड़न के मामलों की संख्या में गिरावट आई है; क्या इसने कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने में सरकार की मदद की है?

(रंजीत सिन्हा हिंदूराव नाईक निम्बालकर एवं शान्तनु ठाकुर द्वारा लोकसभा में पूछा गया तारांकित प्रश्न)

महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी द्वारा दिया गया उत्तरः कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न (निवारण, प्रतिषेध एवं प्रतितोष) अधिनियम (शी अधिनियम) 2013 का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न से संबंधित शिकायतों के पंजीकरण के लिए यौन उत्पीड़न इलेक्ट्रॉनिक बॉक्स (शी बॉक्स) नामक एक ऑनलाइन शिकायत प्रबंधन प्रणाली का विकास किया है।

  • यह पोर्टल शी अधिनियम के अंतर्गत कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से संबंधित शिकायतें दर्ज कराने के लिए केंद्र सरकार (केंद्रीय मंत्रालय, विभाग, सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम, स्वायत्त संस्थाएं एवं निकाय आदि), राज्य सरकार या निजी संगठनों के किसी कार्यालय में काम करने वाली या दौरा करने वाली महिलाओं के लिए प्लेटफॉर्म प्रदान करने के लिए विकसित किया गया।
  • पोर्टल की कार्य पद्धति ऐसी है कि शी बॉक्स के अंदर सभी केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों की आंतरिक समितियों में अंतरनिर्मित खाता है। शी बॉक्स में शिकायत प्रस्तुत किए जाने पर यह संबंधित मंत्रालय/विभाग जिसके पास मामले में कार्रवाई करने का क्षेत्राधिकार होता है, की आंतरिक समिति के खाते में स्वतः चली जाती है।
  • जहां तक राज्य सरकारों एवं निजी संगठनों से संबंधित शिकायतों का संबंध है, ऐसी सभी शिकायतें संबंधित जिले में नियुक्त जिला अधिकारी/जिला नोडल अधिकारी के खाते में स्वतः चली जाती है जो मामले में कार्रवाई करने के लिए संबंधित कार्यालय/जिले की आंतरिक समिति/स्थानीय समिति को ऐसी शिकायत अग्रेषित करते हैं।
  • राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2017 में कार्य पर या कार्यालय परिसर में यौन उत्पीड़न के 479 मामले दर्ज किए गए जबकि 2018 में कार्य पर या कार्यालय परिसर में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के 401 मामले दर्ज किए गए हैं।