पश्चिमी यूरोप में डिप्थीरिया बड़ा प्रकोप

  • 06 Jun 2025

हाल ही में, पश्चिमी यूरोप में डिप्थीरिया के मामलों में 70 वर्षों में सबसे बड़ी वृद्धि दर्ज की गई, जिसका आरंभ 2022 में हुआ था और यह मुख्य रूप से प्रवासी और बेघर आबादी को प्रभावित कर रहा है।

मुख्य तथ्य:

  • कुल मामले और मौतें: 2022 से 30 अप्रैल 2025 तक यूरोपीय संघ/ईईए में डिप्थीरिया के 536 मामले दर्ज हुए, जिनमें कम-से-कम 10 मौतें हुईं; इनमें से अधिकांश मामलों में रोग की त्वचीय (cutaneous) और कुछ में श्वसन (respiratory) स्वरूप पाया गया।
  • प्रभावित समूह: अधिकांश मामले हाल ही में यूरोप पहुंचे प्रवासी युवाओं (विशेषकर अफगानिस्तान और सीरिया से) और बेघर लोगों में सामने आए; संक्रमण का स्रोत उनके मूल देशों की बजाय प्रवास मार्गों और यूरोप में अस्थायी आवासों से जुड़ा पाया गया।
  • प्रकोप के देश: मुख्य रूप से जर्मनी, फ्रांस, ऑस्ट्रिया और बेल्जियम आदि देशों में अधिकमामले दर्ज हुए।
  • टीकाकरण स्थिति: दुनिया भर में, लगभग 84% बच्चों को बचपन में डिप्थीरिया के टीके की अनुशंसित तीन खुराकें दी गयीं हैं।
  • भारत का सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम : भारत के सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) ने डीपीटी (डिप्थीरिया, पर्टुसिस, टेटनस) टीकों के लिए उच्च कवरेज हासिल किया है, लेकिन कुछ राज्यों और जिलों में अभी भी अंतराल की रिपोर्ट हैं।