भारत का पहला ‘स्मार्ट इंटेलिजेंट विलेज’: सतनावरी

  • 11 Aug 2025

10 अगस्त, 2025 को महाराष्ट्र के नागपुर जिले के सतनावरी गाँव को देश के पहले ‘स्मार्ट इंटेलिजेंट विलेज’ के रूप में विकसित करने हेतु राज्य सरकार द्वारा एक पायलट परियोजना स्वीकृत की गई। इस पहल का उद्देश्य आधुनिक तकनीक के माध्यम से ग्रामीण जीवन के सभी पहलुओं—कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, शासन और वित्त—में सर्वांगीण सुधार लाना है।

मुख्य तथ्य:

  • परियोजना चयन: सतनावरी गाँव को लगभग 1,800 की छोटी जनसंख्या, बेहतर संपर्क और आधारभूत संरचना में सुधार की तत्परता के कारण राज्य सरकार एवं VOICE संगठन द्वारा चुना गया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विस्तृत प्रस्तुतीकरण के बाद परियोजना को मंजूरी दी।
  • कृषि में तकनीक का समावेश: यहाँ ड्रोन-आधारित खेती, स्मार्ट सिंचाई, मृदा सेंसर और मोबाइल आधारित डेटा अलर्ट्स के माध्यम से किसान वास्तविक समय में मृदा स्वास्थ्य, मौसम एवं कटाई की जानकारी प्राप्त करते हैं। क्रॉप डैशबोर्ड और मार्केट पूर्वानुमान से योजनाबद्ध कृषि संभव होती है।
  • डिजिटल शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएँ: स्कूलों में AI-सक्षम डिजिटल किताबें, रिमोट लर्निंग प्लेटफॉर्म और स्मार्ट आंगनबाड़ी केंद्र हैं। स्वास्थ्य सेवाओं में ई-हेल्थ कार्ड, टेलीमेडिसिन पोर्टल से सरकारी मेडिकल कॉलेज से विशेषज्ञ परामर्श और मोबाइल क्लीनिक का समन्वय है।
  • डिजिटल प्रशासन और बुनियादी सुविधा: ग्राम पंचायत को वाई-फाई, डिजिटल डैशबोर्ड और ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है; जलगुणवत्ता और अन्य सेवाओं की रियल-टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है। परियोजना की नियमित समीक्षा और सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।
  • साझेदार और भविष्य की दिशा: ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत 15 निजी कंपनियाँ, VOICE संगठन और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी इस परियोजना में शामिल हैं। सफलता मिलने पर यह मॉडल महाराष्ट्र और भारत के कई अन्य गाँवों में लागू किया जाएगा।