भारत का मिनरल ट्रेडिंग एक्सचेंज
- 04 Sep 2025
4 सितम्बर, 2025 को कोयला व खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने घोषणा की कि भारत जल्द ही घरेलू खनिज उद्योगों हेतु 'मिनरल ट्रेडिंग एक्सचेंज' स्थापित करेगा, जो भारत के मजबूत और पारदर्शी संसाधन प्रबंधन में नया कदम होगा।
मुख्य तथ्य:
- मिनरल ट्रेडिंग एक्सचेंज: यह एक्सचेंज वैश्विक स्तर पर लंदन मेटल एक्सचेंज जैसी संरचना पर आधारित होगा और सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के नियमन के तहत कार्य करेगा—मूल्य निर्धारण में पारदर्शिता, उद्योग-व्यापार एवं निवेशकों के लिए बेहतर सूचना।
- निजी क्षेत्र की हिस्सेदारी: खान मंत्री के अनुसार, खनन क्षेत्र में निजी भागीदारी अगले कुछ वर्षों में 50% तक बढ़ाई जाएगी—अब तक 125 से अधिक कोयला खानों का नीलामी के जरिए आवंटन, कुल 4 लाख रोज़गार सृजन।
- कोयला क्षेत्र का प्रदर्शन: 2024-25 में कुल देशीय कोयला उत्पादन 1047.67 मिलियन टन; 2030 तक 1.5 बिलियन टन उत्पादन लक्ष्य, साथ ही विद्युत क्षेत्र में 2030 तक कोयले की हिस्सेदारी 55% और 2047 तक 27% आकलित।
- माइन्स क्लोजर लक्ष्य: तीन वर्षों में 143 निष्क्रिय कोयला खदानों के बंदी व पुनःस्थापना कार्य की योजना; कोयला नियंत्रक संगठन की पोर्टल लॉन्च।
- खान नीति बदलाव: नए संशोधन के तहत 'मिनरल ट्रेडिंग एक्सचेंज' को कानून का हिस्सा बनाया जाएगा—आधिकारिक लेन-देन मंच, मूल्य खोज प्रणाली और कानूनी सुविधा; परिचालन संबंधी दिशा-निर्देश शीघ्र जारी होगा ।
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