केप टाउन में G20 की ECSWG की मंत्रीस्तरीय बैठक
- 17 Oct 2025
16 अक्टूबर, 2025 को दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन में आयोजित G20 पर्यावरण और जलवायु स्थिरता कार्यसमूह (ECSWG) मंत्रीस्तरीय बैठक में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि G20 देशों को “महत्वाकांक्षा और क्रियान्वयन के बीच पुल” की भूमिका निभाते हुए प्रत्येक राष्ट्र की क्षमता का सम्मान करना चाहिए।
मुख्य तथ्य:
- भारत का दृष्टिकोण:
- जलवायु नीति में समानता (Equity) और “साझी किंतु विभेदित जिम्मेदारियों” (Common but Differentiated Responsibilities – CBDR) को केंद्र में रखा जाना चाहिए।
- जैवविविधता का व्यापारिक वस्तुकरण (commodification) सावधानीपूर्वक जांचा जाना चाहिए ताकि संरक्षण पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।
- भारत पारिस्थितिकी-आधारित, जनभागीदारी वाले और परिदृश्य-स्तरीय (landscape-level) संरक्षण मॉडलों का समर्थन करता है।
- G20 पर्यावरण और जलवायु स्थिरता कार्यसमूह (ECSWG) मंत्रीस्तरीय बैठक 2025 की थीम : एकता, समानता और स्थिरता (“Solidarity, Equality, Sustainability” )है।
- G20 पर्यावरण और जलवायु स्थिरता कार्यसमूह (ECSWG) मंत्रीस्तरीय बैठक 2025 की प्रमुख प्राथमिकताएं : G20 का पर्यावरण और जलवायु स्थिरता कार्यसमूह (ECSWG) 6 प्रमुख प्राथमिकताओं पर केंद्रित है—
- जैवविविधता और संरक्षण
- भूमि अपक्षय, मरुस्थलीकरण और सूखा
- रसायन और अपशिष्ट प्रबंधन
- जलवायु परिवर्तन और वायु गुणवत्ता
- महासागर और तटीय पारिस्थितिकी
- समान वित्त और नवाचार सहयोग।
- भारत की नीति और योगदान: भारत ने G20 के मंच पर "लाइफ - लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट" पहल को आगे बढ़ाया, जिससे जलवायु सुधार के लिए व्यक्तिगत और सामाजिक जिम्मेदारी को प्रोत्साहन मिला।
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