भारत ग्लोबल इकोनॉमी हेतु“वैश्विक वृद्धि का इंजन”:IMF
- 17 Oct 2025
16 अक्टूबर, 2025 को IMF वर्ल्ड बैंक वार्षिक बैठक में प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने भारत की महत्वपूर्ण आर्थिक सुधारों — टैक्स नीति, इन्फ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल कनेक्टिविटी — की खुलकर सराहना की। उन्होंने कहा कि इन सुधारों ने भारत को तेज़ वृद्धि और वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भागीदार बनाया है।
मुख्य तथ्य:
- सुधारों का असर:
- टैक्स स्ट्रक्चर (GST, डायरेक्ट टैक्स ब्रैकेट बदलाव), आधार आधारित डिजिटल पहचान, डिजिटल भुगतान व कनेक्टिविटी, और बड़े पैमाने पर इन्फ्रास्ट्रक्चर निवेश भारत के आर्थिक प्रदर्शन के मुख्य स्तंभ रहे।
- IMF ने भारत का 2025 वृद्धि पूर्वानुमान 6.6% किया (पहले 6.4%), अप्रैल-जुलाई तिमाही में GDP वृद्धि दर 7.8% रही — वैश्विक मंदी, ऊँचे अमेरिकी टैरिफ के बावजूद मांग एवं निवेश में लगातार मजबूती रही।
- भविष्य के लिए सुझाव: जॉर्जीवा ने भारत को व्यापार प्रतिबंध (‘टैरिफ’, प्रोटेक्शनिज्म) कम करने और वैश्विक एकीकरण (integration) गहराने की सलाह दी—खुले एवं न्यायसंगत वैश्विक व्यापार तंत्र से ही सतत विकास संभव है।
- आईएमएफ की राय: IMF के एशिया–पैसिफिक निदेशक ने कहा कि भारत के आर्थिक ‘fundamentals’ मजबूत हैं—मुद्रास्फीति घट रही, राजकोषीय घाटा नियंत्रित है, GST सुधार से उपभोक्ता मांग और घरेलू उत्पादन को समर्थन मिला है।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे