त्रि-सेवा अभ्यास ‘त्रिशूल’
- 03 Nov 2025
2 नवंबर, 2025 को भारतीय वायुसेना, थलसेना और नौसेना की संयुक्त अगुवाई में भारतीय नौसेना द्वारा त्रि-सेवा अभ्यास ‘त्रिशूल’ चलाया जा रहा है, जो 13 नवंबर तक जारी रहेगा।
मुख्य तथ्य:
- उद्देश्य: इस अभ्यास का लक्ष्य तीनों सेनाओं की ऑपरेशनल प्रक्रियाओं का सत्यापन और समन्वय कर संयुक्त प्रभाव-आधारित अभियानों के लिए तत्परता बढ़ाना है।
- भौगोलिक क्षेत्र: अभ्यास राजस्थान और गुजरात के नदी घाटी और रेगिस्तानी क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर होगा, साथ ही उत्तरी अरब सागर में नौसैनिक और समुद्री सेना संचालन शामिल हैं।
- उन्नत तकनीक: इसमें इंटेलिजेंस, सर्विलांस और रीकॉन्नासेंस (ISR), इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और साइबर युद्ध की संयुक्त योजनाओं का भी परीक्षण होगा।
- नौसेना और वायुसेना सहयोग: भारतीय नौसेना के विमानवाहक पोत ऑपरेशन को वायुसेना के तट आधारित संसाधनों के साथ समन्वित रूप से संचालित किया जाएगा।
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