राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन
- 03 Nov 2025
2 नवंबर, 2025 को भारत सरकार ने बताया है कि राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन (NBHM) के तहत मधुमक्खी पालन क्षेत्र के समग्र और वैज्ञानिक विकास की दिशा में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की गयीं हैं। यह योजना 2020-21 से 2025-26 तक लागू एक केंद्रीय क्षेत्रीय योजना है, जिसके तहत मधुमक्खी पालन को ‘स्वीट रेवोल्यूशन’ के रूप में प्रोत्साहित किया जा रहा है।
मुख्य तथ्य:
- बजट एवं कार्यकाल: मिशन के लिए कुल 500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए, जो 2023-24 से 2025-26 तक के लिए 370 करोड़ रुपये शेष हैं।
- उत्पादन व निर्यात: 2024 में भारत ने लगभग 1.4 लाख मीट्रिक टन प्राकृतिक शहद का उत्पादन किया और 2023-24 में 1.07 लाख मीट्रिक टन शहद का 177.52 मिलियन अमेरिकी डॉलर के मूल्य पर निर्यात किया। भारत अब विश्व का दूसरा सबसे बड़ा शहद निर्यातक है।
- मिशन के तीन उप-मिशन: 1) उत्पादन एवं उत्पादकता सुधार; 2) पश्च-अर्पण प्रबंधन और मार्केटिंग; 3) अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकी विकास।
- वेब पोर्टल एवं पंजीकरण: मधु क्रांति पोर्टल के माध्यम से शहद और अन्य मधुमक्खी उत्पादों के स्रोत का ऑनलाइन पंजीकरण और ट्रेसबिलिटी संभव हुई है। 14,859 मधुमक्खी पालकों, 269 संगठनों ने पंजीकरण कराया है।
- सामाजिक लाभ: मिशन ने ग्रामीण रोजगार सृजन, महिला सशक्तिकरण और कृषि उत्पादकता में वृद्धि में योगदान दिया है, साथ ही तकनीकी नवाचारों और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के माध्यम से मधुमक्खी पालन को आधुनिक बनाया है।
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