ब्रेन फिंगरप्रिंटिंग

  • 03 Dec 2020

‘ब्रेन इलेक्ट्रिकल ऑसिलेशन सिग्नेचर प्रोफाइलिंग’ (Brain Electrical Oscillation Signature Profiling- BEOSP) को ‘ब्रेन फिंगरप्रिंटिंग’ के रूप में भी जाना जाता है।

  • यह पूछताछ का एक न्यूरो मनोवैज्ञानिक तरीका है, जिसमें मस्तिष्क की प्रतिक्रिया का अध्ययन करके आरोपी की अपराध में भागीदारी की जांच की जाती है। BEOSP परीक्षण ‘इलेक्ट्रोएन्सेफलोग्राम' (electroencephalogram) प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है, जिसमें मानव मस्तिष्क के विद्युत व्यवहार (electrical behaviour) का अध्ययन किया जाता है।
  • इस परीक्षण के तहत, अभियुक्तों की सहमति से उन्हें दर्जनों इलेक्ट्रोड के साथ टोपी पहनने के लिए कहा जाता है। इसके बाद आरोपियों को अपराध से संबंधित दृश्य दिखाया जाता है या ऑडियो क्लिप चलाई जाती है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनके दिमाग में न्यूरॉन्स की कोई ट्रिगरिंग (triggering) तो नहीं है, जो फिर 'ब्रेनवेव्स' (brainwaves) उत्पन्न करते हैं।
  • अपराध में अभियुक्त की भागीदारी का निर्धारण करने के लिए परीक्षण परिणामों का अध्ययन किया जाता है।