पांच फिल्म मीडिया इकाइयों के विलय को मंजूरी

  • 24 Dec 2020

( 23 December, 2020, , www.pib.gov.in )


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 23 दिसंबर, 2020 को अपनी चार मीडिया इकाइयों- फिल्म प्रभाग, फिल्म समारोह निदेशालय, भारतीय राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार, और भारतीय बाल फिल्म सोसायटी के ‘एनएफडीसी’ में विलय को मंजूरी प्रदान की।

महत्वपूर्ण तथ्य: इनके द्वारा किए जा रहे सभी कार्यों को ‘मेमोरेंडम ऑफ आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन ऑफ एनएफडीसी’(Memorandum of Articles of Association of NFDC) द्वारा किया जाएगा।

  • परिसम्पत्तियों और कर्मचारियों के स्थानांतरण और विलय की प्रक्रिया के पहलुओं को देखने के लिए एक ‘लेन-देन सलाहकार’ और ‘कानूनी सलाहकार’ की नियुक्ति की भी मंजूरी दी गई है।
  • एक वर्ष में 3,000 से अधिक फिल्में बनाने के साथ भारत दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म निर्माता है, जहां उद्योग का नेतृत्व निजी क्षेत्र करता है।

फिल्म प्रभाग: सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अधीनस्थ कार्यालय, फिल्म प्रभाग की स्थापना 1948 में मुख्य रूप से सरकारी कार्यक्रमों और भारतीय इतिहास के चलचित्र संबंधी रिकॉर्ड के प्रचार के लिए वृत्तचित्र और न्यूज मैगजीन बनाने के लिए की गई थी।

भारतीय बाल फिल्म सोसायटी: एक स्वायत्तशासी संगठन, भारतीय बाल फिल्म सोसायटी की स्थापना सोसायटी कानून के अंतर्गत 1955 में फिल्मों के माध्यम से बच्चों और युवाओं को मूल्य आधारित मनोरंजन प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी।

भारतीय राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार: सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अधीनस्थ इस कार्यालय की स्थापना 1964 में मीडिया इकाई के रूप में की गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य भारतीय सिनेमा से जुड़ी धरोहर को अधिग्रहण और संरक्षित करना है।

फिल्म समारोह निदेशालय: सूचना और प्रसारण मंत्रालय के संबद्ध इस कार्यालय की स्थापना भारतीय फिल्मों और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए 1973 में की गई थी।

एनएफडीसी: एनएफडीसी एक केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है। इसे मुख्य रूप से भारतीय फिल्म उद्योग के संगठित, कुशल और समन्वित विकास की योजना बनाने और उसे बढ़ावा देने के लिए 1975 में निगमित किया गया था।