मोनपा हस्तनिर्मित कागज उद्योग

  • 15 Jan 2021

दिसंबर 2020 में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के अनुसार खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के समर्पित प्रयासों के फलस्वरूप 1000 वर्ष पुरानी परंपरागत कला अरुणाचल प्रदेश का मोनपा हस्तनिर्मित कागज उद्योग (Monpa Handmade Paper) जो विलुप्त होने के कगार पर पहुँच गया था, का पुनरुद्धार किया गया है।

महत्वपूर्ण तथ्य: मोनपा हस्तनिर्मित कागज निर्माण कला की शुरूआत 1000 वर्ष पूर्व हुई थी और धीरे-धीरे यह कला अरुणाचल प्रदेश के तवांग में स्थानीय रीति-रिवाजों और संस्कृति का अभिन्न हिस्सा बन गई।

  • एक समय में इस हस्तनिर्मित कागज का उत्पादन तवांग के प्रत्येक घर में होता था और यह स्थानीय लोगों के लिए आजीविका का एक प्रमुख स्रोत बन गया था। इसे स्थानीय भाषा में ‘मोन शुगु’ (Mon Shugu) कहा जाता है।
  • इस कागज का एक बहुत बड़ा ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है, क्योंकि यह बौद्ध मठों में धर्मग्रंथों और स्तुति गान लिखने के लिए उपयोग किया जाने वाला कागज है।
  • मोनपा हस्तनिर्मित कागज, ‘शुगु शेंग’ (Shugu Sheng) नामक स्थानीय पेड़ की छाल से बनाया जाएगा, जो औषधीय गुणों से युक्त है।
  • पिछले 100 वर्षों से लगभग गायब हो चुके इस हस्तनिर्मित कागज उद्योग की प्राचीन कला का पुनरुद्धार करने की योजना के तहत केवीआईसी द्वारा तवांग में मोनपा हस्तनिर्मित कागज निर्माण इकाई की शुरूआत की गई है।