गणतंत्र दिवस 2021 पुरस्कार

  • 29 Jan 2021

( 28 January, 2021, , www.pib.gov.in )


खेल और युवा मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने 28 जनवरी, 2021 को गणतंत्र दिवस 2021 पुरस्कार प्रदान किए।

  • इस वर्ष 32 झांकियों में से 17 राज्यों एवं केंद्र-शासित प्रदेशों से और नौ झांकियां विभिन्न मंत्रालयों/विभागों और अर्धसैनिक बलों से और छ: झांकियां रक्षा मंत्रालय की तरफ से सम्मलित हुई थीं।
  • उत्तर प्रदेश की झांकी को पहला पुरस्कार मिला है। उत्तर प्रदेश की झांकी का विषय था- 'अयोध्या - उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत'।
  • त्रिपुरा की झांकी दूसरे स्थान पर रही। त्रिपुरा की झांकी ने दर्शाया कि कैसे इस राज्य ने पर्यावरण के अनुकूल परंपरा को बढ़ावा देते हुए सामाजिक-आर्थिक मापदंडों पर आत्मनिर्भरता हासिल की। इस पूर्वोत्तर राज्य में दुनिया की ‘21 बांस की प्रजातियो’ का भी समृद्ध खजाना है। झांकी में बांस की प्रजातियों और जनजातियों की समृद्ध विरासत को दिखाया गया।
  • 'देव भूमि- देवताओं का घर', उत्तराखंड की इस झांकी ने विजेताओं में तीसरा स्थान हासिल किया। झांकी के सामने के हिस्से में राज्य-पशु कस्तूरी मृग को दिखाया गया। राज्य-पक्षी 'मोनाल' और राज्य-पुष्प 'ब्रह्मकमल' भी यहां देखने को मिले, जो केदारखंड के साथ-साथ उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पाए जाते हैं। झांकी के मध्य में भगवान शिव के वाहन 'नंदी' को दिखाया गया। झांकी के पीछे के हिस्से में भगवान केदार का मंदिर दिखा जो 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
  • विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और अर्द्धसैनिक बलों की नौ झांकियों में से ‘बायो टेक्नोलॉजी विभाग’ की झांकी सर्वश्रेष्ठ मानी गई। इसमें विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत: कोविड-टीका विकसित करने की प्रक्रिया को प्रदर्शित किया गया।
  • केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की झांकी ‘अमर जवान’ को सशस्त्र बलों के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए विशेष पुरस्कार दिया गया।
  • दिल्ली के रोहिणी इलाके के माउंट आबू पब्लिक स्कूल और विद्या भारती स्कूल के छात्रों को सर्वोत्तम सांस्कृतिक प्रस्तुति के लिए पुरस्कृत किया। इन बच्चों ने आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को सुंदर ढंग से पेश किया था।