प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक

  • 10 Jan 2022

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के चलते 5 जनवरी, 2021 को विरोध प्रदर्शन के कारण पंजाब के फिरोजपुर जिले में एक फ्लाईओवर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला 15 मिनट से अधिक समय तक फंसा रहा।

(Image Source: https://www.thehindu.com/)

प्रधानमंत्री की सुरक्षा की योजना: किसी भी दौरे के लिए प्रधानमंत्री की सुरक्षा की योजना बनाना एक विस्तृत अभ्यास है, जिसमें केंद्रीय एजेंसियां और राज्य पुलिस बल शामिल होते हैं।

  • स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की ब्लू बुक में प्रधानमंत्री की सुरक्षा से संबंधित व्यापक दिशा-निर्देश निर्धारित किए गए हैं।
  • किसी भी नियोजित यात्रा से तीन दिन पहले एसपीजी, जो प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है, एक अनिवार्य अग्रिम सुरक्षा संपर्क (Advance Security Liaison: ASL) करता है, जिसमें कार्यक्रम/आयोजन की सुरक्षा में लगे इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारियों सहित संबंधित राज्य, राज्य पुलिस अधिकारी और संबंधित जिला मजिस्ट्रेट सभी शामिल होते हैं।
  • बैठक में यह चर्चा की जाती है कि प्रधानमंत्री किस माध्यम (हवाई, सड़क या रेल) से पहुंचेंगे और एक बार जब वह उतरेंगे, तो वह अपने कार्यक्रम स्थल पर कैसे पहुंचेंगे (आमतौर पर हेलीकॉप्टर या सड़क से)।
  • यह बैठक खत्म होने के बाद ASL रिपोर्ट तैयार की जाती है, जिसके आधार पर सुरक्षा के सारे इंतजाम किए जाते हैं।

कौन किसके लिए जिम्मेदार है? एसपीजी प्रधानमंत्री को केवल नजदीकी सुरक्षा प्रदान करता है।

  • जब प्रधानमंत्री किसी भी राज्य की यात्रा कर रहे होते हैं, तो सम्पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी राज्य पुलिस की होती है। उनके पास खुफिया जानकारी एकत्र करने, संबंधित मार्ग (रूट) की मंजूरी, कार्यक्रम स्थल की सफाई और भीड़ प्रबंधन की जिम्मेदारी है।