मानव रक्त में पाया गया माइक्रोप्लास्टिक

  • 02 Apr 2022

मार्च 2022 में नीदरलैंड के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन में पहली बार मानव रक्त में माइक्रोप्लास्टिक्स की उपस्थिति दर्ज की गई है।

(Image Source: https://www.ecowatch.com/ & https://www.discoverwildlife.com/)

महत्वपूर्ण तथ्य: माइक्रोप्लास्टिक पर्यावरण में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक के छोटे-छोटे टुकड़े (कण) होते हैं।

  • माइक्रोप्लास्टिक नाम का उपयोग उन्हें 'मैक्रोप्लास्टिक्स' (जैसे प्लास्टिक की बोतलें और बैग) से अलग करने के लिए किया जाता है।
  • माइक्रोप्लास्टिक के आकार से संबंधित कोई सार्वभौमिक समझौता/संधि नहीं है। यूएस नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन और यूरोपीय केमिकल एजेंसी माइक्रोप्लास्टिक को 5 मिमी से कम लंबाई के रूप में परिभाषित करती है।
  • हालांकि, इस अध्ययन के अनुसार माइक्रोप्लास्टिक के आकार की ऊपरी सीमा 0.0007 मिलीमीटर है।

अध्ययन: 22 स्वस्थ लोगों में किए गए रक्त परीक्षण में 17 लोगों (77%) में सीमा से अधिक मात्रा में माइक्रोप्लास्टिक पाया गया।

  • सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले प्लास्टिक पॉलीमर पर अध्ययन किया गया। इनमें पॉलीइथाइलीन टेट्राफ्थेलेट (पीईटी), पॉलीइथाइलीन (प्लास्टिक कैरी बैग बनाने में प्रयुक्त), स्टाइरीन के पॉलीमर (खाद्य पैकेजिंग में प्रयुक्त), पॉली (मिथाइल मिथाइलएक्रिलेट) और पॉली प्रोपीलीन शामिल हैं।
  • अध्ययन में पहले चार प्रकारों की उपस्थिति मिली, लेकिन पॉली प्रोपीलीन नहीं पाया गया।
  • यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि क्या ये माइक्रोप्लास्टिक रक्त प्रवाह से अंगों में जमा हो सकते हैं और बीमारियों का कारण बन सकते हैं।