मुद्रा विनिमय सुविधा समझौता

  • 12 Dec 2022

8 दिसंबर, 2022 को भारतीय रिजर्व बैंक ने सार्क देशों के लिए मुद्रा विनिमय सुविधा के तहत मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण (मालदीव का केंद्रीय बैंक) के साथ मुद्रा अदला-बदली के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

महत्वपूर्ण तथ्य -

  • इस समझौते से मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण, आरबीआई से अधिकतम 200 मिलियन डॉलर तक की राशि किस्तों में निकाल सकता है।
  • यह समझौता मालदीव की अल्पावधि के लिए विदेशी मुद्रा की आवश्यकताओं को पूरा करने में मददगार होगा।

दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (सार्क) मुद्रा विनिमय सुविधा

  • भारतीय रिजर्व बैंक की सार्क देशों के लिए ‘मुद्रा विनिमय सुविधा’ 15 नवंबर, 2012 को परिचालन में आई थी।
  • इस सुविधा का उद्देश्य सार्क देशों कीअल्पकालिक विदेशी मुद्रा तरलता आवश्यकताओं या भुगतान संतुलन संकट से निपटने के लिए अल्पकालिक धन व्यवस्था उपलब्ध करना है;जब तकवह देश अपने लिएलंबी अवधि की व्यवस्था नहीं कर लेता।
  • भारतीय रिजर्व बैंक की सार्क मुद्रा विनिमय सुविधा का कोष 2 बिलियन अमरीकी डालर है। वर्तमान में स्वैप सुविधा अमेरिकी डॉलर, यूरो और भारतीय रुपये में उपलब्ध है।
  • यह सुविधा केवल उन सार्क देशों के लिए उपलब्ध है; जिन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक के साथ द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
  • सार्क– इसकी स्थापना 8 दिसंबर, 1985 को हुई। इस संगठन का उद्देश्य दक्षिण एशिया में आपसी सहयोग से शांति और प्रगति हासिल करना है|
  • सार्क के 7 सदस्य देश हैं- भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, भूटान और मालदीव