समसामयिकी -13 May 2022
पीआईबी न्यूज राष्ट्रीय
'आजादी से अंत्योदय तक' अभियान
केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने 28 अप्रैल, 2022 को 28 राज्यों / केंद्र-शासित प्रदेशों के 75 जिलों को 9 केंद्रीय मंत्रालयों की लाभार्थी योजनाओं के साथ संतृप्त करने के मिशन के साथ 90-दिवसीय अभियान 'आजादी से अंत्योदय तक' का शुभारंभ किया।
महत्वपूर्ण तथ्य: साल भर चलने वाले आजादी के अमृत महोत्सव की भावना का जश्न मनाते हुए, पहचाने गए जिलों को 99 स्वतंत्रता सेनानियों के जन्म स्थान के साथ जोड़ा गया है, जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए अपने संघर्ष के दौरान राष्ट्र के लिए अंतिम बलिदान दिया था।
- अभियान का लक्ष्य 17 चुनिंदा योजनाओं को सीधे लाभार्थियों को संतृप्ति मोड में सहायता के साथ शुरू करना है। साथ ही प्रत्येक भाग लेने वाले मंत्रालयों / विभागों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे अंतिम पंक्ति में बैठे हुए व्यक्ति तक पहुंचना है।
- विकास मानकों में मामूली रूप से पिछड़ने वाले 75 जिलों को मासिक प्रति व्यक्ति संकेतक और सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना डेटा के माध्यम से शॉर्टलिस्ट किया गया है।
- आजादी से अंत्योदय तक अभियान ग्रामीण विकास मंत्रालय, सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग-दिव्यांगजन, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, वित्तीय सेवा विभाग, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, कृषि और किसान कल्याण विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, पशुपालन और डेयरी विभाग और श्रम और रोजगार मंत्रालयका एक सम्मिलित प्रयास है।
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लद्दाख में जन्म के समय सर्वाधिक लिंगानुपात
3 मई, 2022 को केंद्र सरकार द्वारा जारी नागरिक पंजीकरण प्रणाली 2020 रिपोर्ट (Civil Registration System 2020) के आधार पर महत्वपूर्ण सांख्यिकी पर वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार लद्दाख ने 2020 में देश में जन्म के समय सबसे अधिक लिंगानुपात दर्ज किया है।
(Image Source: https://epaper.thehindu.com/)
महत्वपूर्ण तथ्य: नागरिक पंजीकरण प्रणाली 2020 रिपोर्ट 'भारत के महापंजीयक' (Registrar-General of India) द्वारा जारी की गई है।
- जन्म के समय उच्चतम लिंग अनुपात लद्दाख (1,104), अरुणाचल प्रदेश (1,011), अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (984), त्रिपुरा (974) और केरल (969) में दर्ज किया गया।
- जन्म के समय लिंगानुपात प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या है।
- सबसे कम लिंगानुपात मणिपुर (880), उसके बाद दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव (898), गुजरात (909), हरियाणा (916) और मध्य प्रदेश (921) में दर्ज किया गया।
- लिंगानुपात पर महाराष्ट्र, सिक्किम, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से अपेक्षित जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई। उन्होंने 2019 में भी उक्त डेटा उपलब्ध नहीं कराया था।
- किसी भी राज्य या केंद्र-शासित प्रदेश ने जन्म के समय लिंगानुपात 880 से कम नहीं दर्ज किया है।
- 2019 में, जन्म के समय उच्चतम लिंगानुपात अरुणाचल प्रदेश (1,024) और सबसे कम लिंगानुपात गुजरात (901) में दर्ज किया गया था।
- नागरिक पंजीकरण प्रणाली 2020 रिपोर्ट के अनुसार 2020 में 1,43,379 शिशु मृत्यु दर्ज की गई, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों की हिस्सेदारी केवल 23.4% थी, जबकि कुल पंजीकृत शिशु मृत्यु में शहरी क्षेत्रों की हिस्सेदारी 76.6% थी।
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हाफलोंग हिंदी
पूर्वोत्तर के हाई स्कूलों में भाषा के 'मानकीकृत' रूप के साथ हिन्दी को अनिवार्य करने के केंद्र के कदम के बीच असम के एकमात्र हिल स्टेशन से जुड़ी एक 'देशी' हिंदी के अस्तित्व को लेकर चिंता जाहिर की जा रही है।
(Image Source: https://thehindu.com/)
महत्वपूर्ण तथ्य: इस 'देशी' हिन्दी का नाम 'हाफलोंग हिंदी' (Haflong Hindi) है। हाफलोंग हिंदी भारत के असम राज्य के दीमा हसाओ जिले की भाषा है।
- 1800 के दशक के उत्तरार्ध में हिंदी मुख्य रूप से व्यापारियों और निर्माण श्रमिकों के माध्यम से दीमा हसाओ तक पहुँची, जो एक पहाड़ी रेलवे लाइन पर काम करते थे।
- इस दौरान यहां बसने वाले गैर-आदिवासी और पहाड़ी क्षेत्र के विविध स्थानीय समुदायों ने आपस में संवाद के लिए एक मिश्रित भाषा (pidgin) विकसित की। इसे ही 'हाफलोंग हिंदी' के नाम से जाना जाता है।
- इसका नाम दीमा हसाओ जिले के मुख्यालय हाफलोंग के नाम पर रखा गया, जहां प्रमुखतया 'दिमासा' (Dimasa) समुदाय के लोग रहते हैं।
- 'हाफलोंग हिंदी' हिंदी व्याकरण के बजाय तिब्बती-बर्मन व्याकरण का अनुसरण करती है और इसमें नेपाली और बंगाली शब्द हैं।
- हिंदी भाषा की संख्याओं के बजाय इसके अपने चिन्ह हैं।
- दीमा हसाओ, जिले को पहले 'उत्तरी कछार हिल्स' के नाम से जाना जाता था।
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दूसरा भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन
4 मई, 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में 'दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन' (2nd India-Nordic Summit) में भाग लिया।
(Image Source: https://twitter.com/mygovindia/)
महत्वपूर्ण तथ्य: डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन, आइसलैंड की प्रधानमंत्री कैटरीन जैकब्सडॉटिर, नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोर, स्वीडन की प्रधानमंत्री मैग्डेलीना एंडरसन और फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मारिन ने भी शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
- इस शिखर सम्मेलन में स्टॉकहोम में 2018 में आयोजित पहले भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन के बाद से भारत-नॉर्डिक संबंधों की प्रगति की समीक्षा की गई।
- प्रधानमंत्री मोदी ने नॉर्डिक कंपनियों को विशेष रूप से भारत की सागरमाला परियोजना सहित ब्लू इकोनॉमी क्षेत्र में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
- आर्कटिक क्षेत्र में नॉर्डिक क्षेत्र के साथ भारत की साझेदारी पर चर्चा की गई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की आर्कटिक नीति आर्कटिक क्षेत्र में भारत-नॉर्डिक सहयोग के विस्तार के लिए एक अच्छी रूपरेखा प्रस्तुत करती है।
- नॉर्डिक देशों ने एक संशोधित और विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए अपना समर्थन दोहराया।
- प्रधानमंत्री ने नॉर्डिक देशों के 'सोवेरेन वेल्थ फंड' (sovereign wealth funds) को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
- भारत और नॉर्डिक देशों ने 2024 तक काम पूरा करने की महत्वाकांक्षा के साथ प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय कानूनी रूप से बाध्यकारी संधि पर बातचीत करने के लिए संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा (यूएनईए 5.2) में ऐतिहासिक निर्णय के अनुपालन के लिए प्रतिबद्धता की है।
- नॉर्डिक देशों के साथ भारत का व्यापार 5 बिलियन डॉलर से अधिक (2020-21 में) है और संचयी एफडीआई 3 बिलियन डॉलर से अधिक (अप्रैल 2000-मार्च 2021 तक) है।
संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप निधन
प्रख्यात उड़िया साहित्यकार रजत कुमार कर का निधन
प्रख्यात उड़िया साहित्यकार रजत कुमार कर का 8 मई, 2022 को भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे 88 वर्ष के थे।
(Image Source: https://education.sakshi.com/)
- वे जगन्नाथ संस्कृति के कुशल वक्ता थे। वे छ: दशकों तक टीवी और रेडियो पर वार्षिक रथ यात्रा के दौरान अपनी टिप्पणी के लिए जाने जाते थे।
- उन्होंने ओडिशा के 'पाल' (Pala) की मरणासन्न कला के पुनरुद्धार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- उन्हें साहित्य और शिक्षा के लिए 2021 में ‘पद्म श्री’ से सम्मानित किया गया था।
संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप कला/संस्कृति
रोगन पेंटिंग
मई 2022 में प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी डेनमार्क यात्रा के दौरान डेनमार्क की महारानी मार्ग्रेथ द्वितीय को एक 'रोगन पेंटिंग' (Rogan painting) भेंट की।
(Image Source: https:/ /twitter.com/narendramodi & https://twitter.com/ANI)
- गुजरात के कच्छ में प्रचलित रोगन चित्रकारी कपड़े पर की जाने वाली एक चित्रकला है।
- रोगन पेंटिंग में, उबले हुए तेल और वानस्पतिक रंगों से बने पेंट को धातु के ब्लॉक (प्रिंटिंग) या स्टाइलस (पेंटिंग) का उपयोग करके कपड़े पर डाला जाता है।
- 20वीं शताब्दी के अंत में यह कला लगभग समाप्त हो गई थी और अब राज्य में रहने वाले कुछ ही परिवारों द्वारा रोगन पेंटिंग का कार्य किया जाता है।
- फारसी भाषा में ‘रोगन’ शब्द का अर्थ ‘तेल’ होता है। पेंटिंग के लिए तेल अरंडी के तेल के बीज से आता है।
संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप वेब पोर्टल/ऐप
स्पर्श पोर्टल
रक्षा मंत्रालय ने पेंशनभोगियों को सीधे पेंशन अंतरित करने के लिए हाल ही में एक पोर्टल, 'सिस्टम फॉर पेंशन एडमिनिस्ट्रेशन (रक्षा)' यानी 'स्पर्श' [System for Pension Administration (Raksha): SPARSH] की शुरुआत की है।
- रक्षा मंत्रालय की इस पहल का उद्देश्य सरकार के डिजिटल इंडिया, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) और 'न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन' के दृष्टिकोण के अनुरूप रक्षा पेंशनभोगियों को पेंशन के प्रशासन से संबंधित व्यापक समाधान प्रदान करना है।
- स्पर्श को रक्षा पेंशनभोगियों को केंद्र में रखते हुए डिजाइन किया गया है, जिसका उद्देश्य ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से पेंशनभोगियों के पेंशन खातों में पारदर्शिता लाना है।
- ‘रक्षा लेखा विभाग’ (Defence Accounts Department) स्पर्श परियोजना के लिए नोडल कार्यान्वयन एजेंसी की भूमिका निभा रहा है।
संक्षिप्त खबरें बिजनेस और सार्वजनिक उपक्रम
अमेजन ने भारत के संचयी निर्यात लक्ष्य को किया दोगुना
4 मई, 2022 को दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने वर्ष 2025 तक भारतीय निर्यातकों से संचयी निर्यात के लक्ष्य को दोगुना कर 20 अरब डॉलर करने का फैसला किया है।
- अमेरिकी फर्म अमेजन के संस्थापक और सीईओ जेफ बेजोस ने जनवरी 2020 में वर्ष 2025 तक 'मेक-इन-इंडिया' के 10 अरब डॉलर के संचयी निर्यात के लक्ष्य की घोषणा की थी।
- अमेजन ने वर्ष 2015 में ई-कॉमर्स निर्यात कार्यक्रम 'अमेजन ग्लोबल सेलिंग प्रोग्राम' (Amazon Global Selling programme) पेश किया था, जिसके एक लाख से अधिक निर्यातक हैं।
- अमेजन ग्लोबल सेलिंग प्रोग्राम पर भारतीय निर्यातकों द्वारा संचयी निर्यात 5 अरब डॉलर के लक्ष्य को पार करने की राह पर है।
संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप
अंतरराष्ट्रीय थैलेसीमिया दिवस (8 मई)
2022 का विषय: 'जागरूक रहें, साझा करें, देखभाल करें: थैलेसीमिया ज्ञान में सुधार के लिए वैश्विक समुदाय के साथ मिलकर काम करना' (Be Aware, Share, Care: Working with the global community as one to improve Thalassaemia knowledge)।
महत्वपूर्ण तथ्य: यह दिवस थैलेसीमिया से पीड़ित रोगियों के संघर्ष का सम्मान करने के साथ-साथ लोगों को इस बीमारी और इसके लक्षणों के बारे में जागरूक करने के लिए मनाया जाता है।
- यह दिवस 1994 से मनाया जा रहा है, जब 'थैलेसीमिया इंटरनेशनल फेडरेशन' (TIF) ने 8 मई को अंतरराष्ट्रीय थैलेसीमिया दिवस के रूप में घोषित किया था।
- थैलेसीमिया एक आनुवांशिक रक्त विकार है, जिसमें शरीर लाल रक्त कोशिका में मौजूद हीमोग्लोबिन नामक एक प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में नहीं बना पाता। हीमोग्लोबिन शरीर के सभी अंगों व उतकों में ऑक्सीजन के परिवहन का कार्य करता है।
राज्य समाचार कर्नाटक
सांस अभियान
कर्नाटक के स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री के. सुधाकर ने 20 अप्रैल, 2022 को ‘सांस’ (Social Awareness and Action to Neutralise Pneumonia Successfully: SAANS) अभियान शुरू किया।
- सांस अभियान 'निमोनिया' को सफलतापूर्वक बेअसर करने के लिए सामाजिक जागरूकता और कार्रवाई का अभियान है।
- यह पांच साल से कम उम्र के बच्चों में निमोनिया के बारे में अधिक जागरूकता और शीघ्र पता लगाने के लिए एक अभियान है।
- निमोनिया एक फेफड़ों का संक्रमण है, जो बैक्टीरिया, वायरल या फंगल संक्रमण के कारण होता है।
- नमूना पंजीकरण प्रणाली (एसआरएस) 2018 के अनुसार कर्नाटक की पांच वर्ष से कम आयु में मृत्यु दर 28/1000 जीवित जन्म है।
- कर्नाटक का लक्ष्य 2025 तक पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर को 23/1,000 जीवित जन्मों तक कम करना है।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, निमोनिया मृत्यु दर को प्रति 1,000 जीवित जन्मों पर 3 से कम करना होगा।
खेल समाचार विविध
द्वितीय खेलो मास्टर्स गेम्स दिल्ली-2022
युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने 30 अप्रैल, 2022 को नई दिल्ली के ‘त्यागराज स्टेडियम’ में द्वितीय खेलो मास्टर्स गेम्स दिल्ली-2022 (2nd Khelo Masters Games Delhi-2022) का उद्घाटन किया।
- द्वितीय खेलो मास्टर्स गेम्स के अंतर्गत 30 अप्रैल से 3 मई, 2022 तक आठ खेल स्पर्धाओं में 23 राज्यों एवं केंद्र-शासित प्रदेशों के 30 वर्ष से अधिक और 95 वर्ष तक की आयु वर्ग के तीन हजार मास्टर खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
- 'खेलो इंडिया' जैसी योजनाएं देश के दूर-दराज के इलाकों में खेलों को आगे बढ़ाने में मदद कर रही हैं।