समसामयिकी -17 June 2022

सामयिक खबरें आर्थिकी

रूस भारत का दूसरा सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता


हाल ही में रूस सऊदी अरब को पीछे छोड़ते हुए भारत का दूसरा सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता देश बन गया है। भारत ने मई में लगभग 25 मिलियन बैरल रूसी तेल खरीदा था।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • वर्तमान में इराक भारत का तेल का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बना हुआ है।
  • सऊदी अरब भारत का वर्तमान में तेल का तीसरा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बन गया है।
  • वर्तमान में भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयात करने वाला और खपत करने वाला देश है।
  • भारत अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता है। वर्तमान में भारत अपनी खपत की आवश्यकता का 80% से अधिक आयात करता है।

सामयिक खबरें आर्थिकी

आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण 2020-21


हाल ही में, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने 2020-21 के लिए आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (Periodic Labour Force Survey) जारी किया।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • इस रिपोर्ट के अनुसार बेरोजगारी की दर में 0.6% की कमी देखी गई और 2019-20 के 4.8% की तुलना में 2020-21 में बेरोजगारी की दर गिरकर 4.2% हो गई।
  • पुरुषों में बेरोजगारी दर 2019-20 में 5.1% की तुलना में 2020-21 में घटकर 4.5 प्रतिशत हो गई है।
  • 2019-20 में 4.2 प्रतिशत की तुलना में 2020-21 में महिलाओं में बेरोजगारी दर घटकर 3.5 प्रतिशत हो गई।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 3.3% दर्ज की गई, जबकि शहरी क्षेत्रों में 6.7% की बेरोजगारी दर दर्ज की गई।
  • 2020-21 के दौरान काम करने वाले या काम की तलाश करने वाले या काम के लिए उपलब्ध श्रम बल में व्यक्तियों का प्रतिशत 41.6% था।
  • श्रमिक जनसंख्या अनुपात 39.8% है, जो पिछले वर्ष के 38.2% की दर से अधिक है।
  • सर्वेक्षण के अनुसार श्रमिको का प्रवासन दर 28.9% है। केवल 4.4% प्रवास ही रोजगार के कारण हुआ।
  • ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महिलाओं की प्रवास दर क्रमशः 48 प्रतिशत और 47.8 प्रतिशत थी।

आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण

  • नियत समय अंतराल पर श्रम बल डेटा की उपलब्धता हेतु राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (National Statistics Office) ने अप्रैल 2017 में आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण की शुरुआत की है। यह राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा आयोजित किया जाने वाला एक वार्षिक सर्वेक्षण है।

सामयिक खबरें राष्ट्रीय

बाल श्रम उन्मूलन सप्ताह


12 जून से 20 जून, 2022 के मध्य राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (National Commission for Protection of Child Rights) द्वारा विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर में आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में 75 स्थानों पर बाल श्रम उन्मूलन सप्ताह मनाया गया।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • इसका आयोजन विभिन्न जिलों में बाल श्रम की समस्या पर ध्यान देने और इसे खत्म करने के तरीके खोजने के कार्य को महत्व देना है।
  • इन बचाव कार्यों के लिए, डीएम, श्रम विभाग के अधिकारियों, चाइल्डलाइन और अन्य हितधारकों के साथ वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वर्चुअल बैठकें आयोजित की गईं, जिससे बाल श्रम उन्मूलन सप्ताह के दौरान उनके द्वारा किए जाने वाले बचाव अभियानों की प्रक्रिया पर चर्चा की जा सके।
  • इन बैठकों में 18 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 800 से अधिक अधिकारियों ने भाग लिया।

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग

  • भारत सरकार ने बाल अधिकार संरक्षण आयोग अधिनियम, 2005 के तहत एक वैधानिक निकाय के रूप में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) का गठन किया है। आयोग बाल अधिकारों की सार्वभौमिकता और बाल अधिकारों के संरक्षण एवं संबंधित मामलों के निपटान हेतु कार्य करता है।
  • आयोग को किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015, बच्चों को निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार (आरटीई) अधिनियम, 2009 तथा यौन अपराधों से बच्चों की रोकथाम अधिनियम, 2012 के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए भी अधिदेशित किया गया है।

सामयिक खबरें राष्ट्रीय

बायोटेक स्टार्टअप एक्सपो 2022


9-10 जून को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में भारत का पहला बायोटेक स्टार्टअप एक्सपो-2022 का आयोजन किया गया था। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था|

महत्वपूर्ण बिंदु

  • इसका आयोजन जैव प्रौद्योगिकी विभाग और जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (Biotechnology Industry Research Assistance Council) द्वारा भारत के बायोटेक सेक्टर की प्रगति के लिए सक्षमकारी प्रयासों के 10 वर्ष पूरे होने का समारोह मनाने के लिए किया गया था।
  • बायोटेक स्टार्टअप एक्सपो, 2022 की थीम 'बायोटेक स्टार्टअप इनोवेशन: टुवर्ड्स आत्म निर्भर भारत' थी|
  • यह निवेशकों, उद्यमियों, शोधकर्ताओं, निर्माताओं, जैव-इनक्यूबेटरों, नियामकों और सरकारी अधिकारियों को जोड़ने के लिए एक साझा मंच प्रदान करेगा।

सामयिक खबरें पर्यावरण

औद्योगिक डीकार्बोनाइजेशन समिट 2022


16 जून, 2022 को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी ने "औद्योगिक डीकार्बोनाइजेशन समिट (Industrial Decarbonization Summit) 2022"- 2070 तक कार्बन तटस्थता के लिए रोड मैप का का उद्घाटन किया।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • इस समिट के दौरान, नितिन गडकरी ने पर्यावरण, पारिस्थितिकी और विकास के बीच संतुलन बनाए रखने पर जोर दिया।
  • विद्युत की कमी को दूर करने के लिए 'औद्योगिक डीकार्बोनाइजेशन शिखर सम्मेलन 2022' का उद्घाटन किया गया, जिसका मुख्य कारण वैकल्पिक ईंधन का विकास करना है।

औद्योगिक डीकार्बोनाइजेशन शिखर सम्मेलन

  • इंडस्ट्रियल डीकार्बोनाइजेशन समिट का उद्घाटन और आयोजन 16 जून को नई दिल्ली के ले मेरिडियन होटल में किया गया था।
  • इसने डीकार्बोनाइजेशन, नीतिगत मुद्दों, स्थिरता, उनके प्रबंधन सहित जलवायु परिवर्तन आदि से संबंधित विभिन्न शोध विषयों पर ध्यान केंद्रित किया।
  • शिखर सम्मेलन के दौरान, शिक्षाविद, शोधकर्ता, नीति निर्माता, व्यवसाय, उद्योग, संबंधित सरकारी विभाग आदि ने भाग लिया।
  • इस शिखर सम्मेलन के परिणाम से आयोजकों को डीकार्बोनाइजेशनहेतु नवीन प्रौद्योगिकियां को विकसित करने में मदद मिलेगी।

डीकार्बोनाइजेशन

  • डीकार्बोनाइजेशन का अर्थ है कार्बन में कमी। डीकार्बोनाइजेशन कार्बन की मात्रा को कम करने की प्रक्रिया है, जिसमे मुख्य रूप से कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) को बिभिन्न माध्यमों से वायुमंडल में भेजा जाता है। डीकार्बोनाइजेशन का दीर्घकालिक लक्ष्य CO₂ मुक्तवैश्विकअर्थव्यवस्थाबनानाहै।

सामयिक खबरें विज्ञान-प्रौद्योगिकी

एंकोवैक्स


9 जून, 2022 को कृषि मंत्रालय ने पशुओं के लिए भारत के पहले कोविड-19 टिका एंकोवैक्स (Ancovax) का अनावरण किया।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • यह भारत में विकसित पशुओं के लिए पहला कोविड-19 वैक्सीन है। इस कोविड-19 टीके को हिसार स्थित नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन इक्विन्स द्वारा विकसित किया गया है|
  • यह वैक्सीन, SARS-CoV-2 के डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट से जानवरों की रक्षा कर सकता है। इस वैक्सीन का उपयोग कुत्तों, शेरों, तेंदुओं, चूहों और खरगोश के लिए उपयोग किया जा सकता है।
  • यह एक निष्क्रिय वैक्सीन (inactivated vaccine) है, जिसे डेल्टा संस्करण के एक संक्रामक भाग का उपयोग करके विकसित किया गया है।
  • इसके अलावा, यह प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ावा देने के लिए एक सहायक के रूप में एलहाइड्रोजेल (Alhydrogel) का उपयोग करता है।

कार्निवैक-कोव

  • वर्ष 2021 में रूस द्वारा पशुओं के लिए विश्व की पहली covid-19 वैक्सीन विकशित की गई थी| रूस द्वारा निर्मित पशुओं के लिए टिके को कार्निवैक-कोव (Carnivac-Cov) नाम दिया गया है।

संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप निधन

प्रोफेसर गोपी चंद नारंग


15 जून 2022 को प्रसिद्ध उर्दू विद्वान, भाषाविद्, साहित्यिक आलोचक और साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर गोपी चंद नारंग का 91 वर्ष की आयु में संयुक्त राज्य अमेरिका में निधन हो गया है।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • उन्हें भारत सरकार और पाकिस्तान सरकार दोनों द्वारा सम्मानित किया गया था।
  • वह भारत में पद्म भूषण और पाकिस्तान में सितारा-ए-इम्तियाज (Sitara-i-Imtiaz) के प्राप्तकर्ता हैं।
  • प्रोफेसर गोपी चंद नारंग को 2004 में पद्म भूषण और 1995 साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
  • उन्होंने ग़ालिब, मीर तकी मीर और फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ के कार्यों को समझाने पर बड़े पैमाने पर काम किया।
  • 'उर्दू ग़ज़ल और हिंदुस्तानी ज़ेहन-ओ तहज़ीब' उनकी प्रमुख कृतियों में से एक है। उन्होंने अपने करियर में 60 से ज्यादा किताबें लिखी हैं। वे संस्कृत और फारसी के भी विद्वान थे।

संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप पुरस्कार/सम्मान

फिक्शन के लिए महिला पुरस्कार


हाल ही में लन्दन में आयोजित एक समारोह में प्रसिद्ध यूएस-कनाडाई लेखक, फिल्म निर्माता और जेन बौद्ध पुजारी, रूथ ओजेकी (Ruth Ozeki) कोवर्ष 2022 के लिए उनके उपन्यास 'द बुक ऑफ फॉर्म एंड एम्प्टीनेस' (The Book of Form and Emptiness) के लिए फिक्शन के लिए महिला पुरस्कार प्रदान किया गया है।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • इन्हें दार्शनिक उपन्यास के लिए 30,000 पाउंड (36,000 डॉलर) की राशी प्राप्त होगी|
  • ओजेकी का यह उपन्यास, 'द बुक ऑफ फॉर्म एंड एम्प्टीनेस' एक तेरह वर्षीय लड़के की कहानी बताता है, जो अपने पिता की दुखद मृत्यु के बाद, उससे बात करने वाली वस्तुओं की आवाजें सुनना शुरू कर देता है।
  • 2021 के लिएयह पुरस्कार सुज़ाना क्लार्क (Susanna Clarke)को पिरानेसी (Piranesi) के लिए प्रदान किया गया था।
  • फिक्शन के लिए महिला पुरस्कार को 1996 में शुरू किया गया था| इसेपहले ऑरेंज (Orange) और फिर बेलीज़ पुरस्कार (Baileys prize) के रूप में जाना जाता था |

संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप

धन संचय


14 जून, 2022 को भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने धन संचय, एक गैर-लिंक्ड, गैर-भाग लेने वाली व्यक्तिगत बचत जीवन बीमा योजना की शुरुवात की है, जो सुरक्षा और बचत दोनों प्रदान करती है।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • इस योजना के तहत यदि पॉलिसी की अवधि के दौरान बीमित व्यक्ति की समय से पहले मृत्यु हो जाती है तो यह योजना परिवार को वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
  • यह परिपक्वता की तारीख से भुगतान अवधि के समापन तक एक गारंटीकृत आय स्ट्रीम भी प्रदान करता है।

संक्षिप्त खबरें संस्थान-संगठन

फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स


ग्लोबल मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर-फाइनेंसिंगको बढ़ावा देने के कारण फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (Financial Action Task Force) ने पाकिस्तान को देशों की 'ग्रे लिस्ट' (Grey List) में बरकरार रखा है। पाकिस्तान जून 2018 से फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में है।

फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स के बारे

  • फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) 1989 में पेरिस में G7 शिखर सम्मेलन के दौरान स्थापित एक अंतर-सरकारी निकाय है।
  • यह निकाय अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली की अखंडता के लिए मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवादी वित्तपोषण और अन्य संबंधित खतरों से निपटने के लिए मानक निर्धारित करना और कानूनी, नियामक और परिचालन उपायों के प्रभावी कार्यान्वयन को बढ़ावा देता।
  • किसी देश के धन-शोधन-विरोधी और आतंकवाद-रोधी वित्तपोषण ढांचे की ताकत का आकलन करता है।
  • इसका मुख्यालय आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) मुख्यालय पेरिस में स्थित है।
  • FATF में वर्तमान में 39 सदस्य हैं जिनमें दो क्षेत्रीय संगठन - यूरोपीय आयोग और खाड़ी सहयोग परिषद शामिल हैं। भारत भी एक संस्था (FATF) का सदस्य है।

FATF की सूचि

  • ग्रे लिस्ट: जिन देशों को टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग का समर्थन करने के लिए सुरक्षित स्थान माना जाता है, उन्हें FATF की ग्रे लिस्ट में डाल दिया जाता है।
  • ब्लैक सूची: असहयोगी देशों के रूप में जाने जाने वाले देशों को काली सूची में डाल दिया गया है। ये देश आतंकी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों का समर्थन करते हैं। वर्तमान में, ईरान और उत्तरी कोरिया उच्च जोखिम वाले क्षेत्राधिकार या काली सूची में हैं।

राज्य समाचार ओडिशा

बालिका पंचायत


17 जून, 2022 को बालिका पंचायत शुरू करने वाला गुजरात देश का पहला राज्य बन गया है| यह 'बेटी बचाओ बेटी पढाओ' अभियान के तहत गुजरात सरकार के महिला एवं बाल विकास कल्याण विभाग की एक पहल है।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • बालिका पंचायत का संचालन 11-21 आयु वर्ग की बालिकाएं करती हैं।
  • बालिका पंचायत का उद्देश्य लड़कियों के सामाजिक और राजनीतिक विकास को बढ़ावा देना और समाज से बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को दूर करना है।
  • बालिका पंचायत में सदस्य को ग्राम पंचायत की तरह ही मनोनीत किया जाता है।
  • बालिका पंचायत की स्थापना से गुजरात में बालिका शक्ति को बल मिलेगा। यह अन्य राज्यों के लिए एक अनुकरणीय मॉडल है जहां बाल विवाह प्रचलित है या लड़कियों की शिक्षा में गिरावट आ रही है।
  • कच्छ जिले की पुनरिया पंचायत की बालिका सरपंच गरवा बाटी बालिका पंचायत के लाभों की गणना करती है, जिससे लड़कियों को समाज और राजनीति में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

राज्य समाचार गुजरात

मुख्यमंत्री मातृशक्ति योजना


18 जून 2022 को गुजरात जे वड़ोदरा से प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'मुख्यमंत्री मातृशक्ति योजना' (Mukhyamantri Matrushakti Yojana) लॉन्च किया|

महत्वपूर्ण बिंदु

  • मुख्यमंत्री मातृशक्ति योजना मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में सुधार पर ध्यान केंद्रित करेगी। इस योजना में 800 करोड़ रुपये का परिव्यय होगा|
  • इस योजना के तहत आंगनबाडी केन्द्रों से गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली माताओं को प्रति माह 2 किलो चना,1 किलो अरहर की दाल और 1 किलो खाद्य तेल निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा।
  • इस योजना में 7 लाख महिलाओं को शामिल किया जाएगा|
  • यह गुजरात सरकार की पहली योजना है, जिसका उद्देश्य बच्चे के गर्भधारण के पहले 1,000 दिनों (गर्भावस्था से 2 वर्ष तक) के भीतर आहार की कमी से निपटना है।
  • पूरी योजना की इलेक्ट्रॉनिक रूप से निगरानी की जाएगी। प्रत्येक पैकेट में बारकोड (Barcodes) होंगे जिन्हें स्कैन किया जाएगा और योजना ओटीपी (OTP) आधारित है।
  • लाभार्थी को ओटीपी प्राप्त होगा जो पुष्टि करेगा कि उन्हें ये पैकेज प्राप्त हुए हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इच्छित लाभार्थी वास्तव में राशन प्राप्त कर रहा है या नहीं।
  • 120 करोड़ रुपये 'पोषण सुधा योजना' के लिए समर्पित है, जिसे राज्य के सभी आदिवासी लाभार्थियों तक बढ़ाया जाएगा।
  • यह योजना आदिवासी जिलों की गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को आयरन और कैल्शियम की गोलियां और पोषण पर शिक्षा प्रदान करने के लिए है।

खेल समाचार चर्चित खेल व्यक्तित्व

चौथा खेलो इंडिया यूथ गेम्स


4 से 14 जून 2022 तक चले खेलो इंडिया यूथ गेम्स (Khelo India Youth Games) प्रतियोगिता में मेजबान हरियाणा ने 137 पदक के साथ खेलो इंडिया यूथ गेम्स (KIYG) 2021 का खिताब जीता लिया।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • हरियाणा ने 52 स्वर्ण, 39 रजत और 46 कांस्य पदक के साथ कुल 137 पदक जीते है|हरियाणा ने 2020 के चैंपियन महाराष्ट्र को पीछे छोड़ा है।
  • महाराष्ट्र 45 स्वर्ण, 40 रजत और 40 कांस्य पदक जीतकर 125 पदकों के साथ दूसरे स्थान पर रहा।
  • कर्नाटक 22 स्वर्ण, 17 रजत और 28 कांस्य के साथ 67 पदक के साथ तीसरे स्थान पर रहा।

खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2021 के बारे में

  • यह खेलो इंडिया यूथ गेम्स का चौथा संस्करण था। भारत के सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने इसमें भाग लिया था और इसकी शुरुवात 2018 में हुई थी|
  • हरियाणा ने दूसरी बार यह खिताब जीता है। हरियाणा ने 2018 में यह खिताब जीता था|
  • इस संस्करण में सबसे अधिक एथलीट हरियाणा से थे, उसके बाद महाराष्ट्र के थे।