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आपराधिक न्याय प्रणाली
भारत में आपराधिक कानूनों के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- भारत में प्रचलित आपराधिक कानून का स्रोत कई कानूनों में निहित है – भारतीय दंड संहिता, 1860, नागरिक अधिकार अधिनियम, 1955, दहेज निषेध अधिनियम, 1961 तथा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989।
- आपराधिक कानून और आपराधिक प्रक्रिया संविधान की सातवीं अनुसूची की समवर्ती सूची में सम्मिलित हैं।
- लॉर्ड थॉमस बबिंगटन मैकाले (Lord Thomas Babington Macaulay) को भारत में आपराधिक कानूनों के संहिताकरण का मुख्य वास्तुकार कहा जाता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A |
केवल 1
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B |
2 और 3
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C |
केवल 1, 2
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|
D |
1, 2 और 3
|
Your Ans is
Right ans is D
Explanation :
हाल ही में, विशेषज्ञों द्वारा “त्वरित न्याय सुनिश्चित करने हेतु ‘आपराधिक न्याय प्रणाली’ (Criminal Justice System) में सुधारों की धीमी गति पर गंभीर चिंता व्यक्त की गयी”।
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