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GSLV MK-III
निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- GSLV MK-III भूतुल्यकालिक स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में 10 टन तक के उपग्रहों को ले जा सकता है।
- लॉन्चर के क्रायोजेनिक चरण द्वारा अधिकतम बल प्रदान किया जाता है।
- GSAT 29 एक संचार उपग्रह है जिसे विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के लिए बनाया गया है।
नीचे दिए गए कूट से सही कथन का चयन करें:
A |
केवल 1
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B |
केवल 2
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C |
1, 2, 3
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D |
केवल 2 और 3
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Explanation :
GSLV MK-III एक लॉन्चर है जो कि पृथ्वी की निचली कक्षा में 10 टन तक के उपग्रहों को और भूतुल्यकालिक स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में 4 टन तक के उपग्रहों को भेज सकता है। GSLV MK-III दो ठोस मोटर स्ट्रैप-ऑन (एस 200), एक द्रव नोदक कोर चरण (एल -110) और एक क्रायोजेनिक चरण (सी 25) वाला, तीन चरण का राॅकेट है। GSLV MK-III के अंतिम चरण में क्रायोजेनिक इंजन है (कुल बल का लगभग 50% इस क्रायोजेनिक चरण से आता है)।
क्रायोजेनिक इंजन:
GSLV MK-III क्रायोजेनिक इंजन को C25 कहा जाता है और यह तरल हाइड्रोजन (-253 डिग्री सेंटीग्रेड) और तरल ऑक्सीजन (-193 डिग्री सेंटीग्रेड) का उपयोग करता है। यह इंजन सबसे शक्तिशाली इंजनों में से एक है क्योंकि यह लगभग 2 मेगावाट बिजली का उत्पादन करता है।
GSAT 29 एक संचार उपग्रह है जिसे विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के लिए बनाया गया है। अतः कथन 1 गलत एवं कथन 2 और 3 सही हैं।
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेससामयिक खबरें
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