राष्ट्रीय ऊंट अनुसंधान केंद्र


कृषि अनुसंधान और शिक्षा परिषद / भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा खरई ऊंट का लक्षण-वर्णन और पंजीकरण किया गया है और इसे एक नस्ल के रूप में अधिसूचित किया है।

  • इस नस्ल के आगामी संरक्षण और विकास के लिए राष्ट्रीय ऊंट अनुसंधान केंद्र (एनआरसीसी), बीकानेर ने कामधेनु विश्वविद्यालय, गुजरात के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें (i) वैज्ञानिक रूप से ऊंट पालन के लिए किसानों के प्रशिक्षण (ii) वैज्ञानिक-किसान पारस्परिक विचार-विमर्श बैठकों का आयोजन; (iii) पशु स्वास्थ्य शिविर आयोजित करना; (iv) ऊंटनी के दूध के संबंध में उद्यमशीलता के विकास हेतु तकनीकी सहायता प्रदान करने के माध्यम से कार्य कराये जायेंगे।
  • एनआरसीसी, बीकानेर द्वारा लद्दाख में दो कूबड़ वाले ऊंट की सुरक्षा के लिए ये कार्य किए जा रहे हैं:- नुब्रा घाटी में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करके ऊंट स्वास्थ्य प्रबंधन; स्थानीय आहार संसाधनों का उपयोग करके पोषण प्रबंधन