पोसन पोया
- 10 Jun 2025
10 जून 2025 को, श्रीलंका ने पवित्र पोसन पोया पर्व मनाया गया , जो देश में बौद्ध धर्म के आगमन की ऐतिहासिक 2000वीं वर्षगांठ का प्रतीक है।
मुख्य तथ्य:
- पर्व का महत्व: पोसन पोया जून माह के पूर्णिमा को मनाया जाता है; यह पर्व सम्राट अशोक के पुत्र अरहत महिंदा द्वारा राजा देवनामपियतिस्स को मिहिंतले में दिया गया पहला उपदेश और श्रीलंका में बौद्ध धर्म के आगमन की स्मृति में मनाया जाता है।
- प्रमुख स्थल: हजारों श्रद्धालु मिहिंतले हिल और अनुराधापुर जैसे पवित्र स्थलों पर एकत्र हुए; यह स्थल उत्सव का प्रमुख केंद्र हैं।
- सजावट और उत्सव: सड़कों, घरों और सार्वजनिक स्थलों को कागज की लालटेन और अन्य सजावटों से सजाया गया।
- सरकारी संदेश: राष्ट्रपति अनुरा कुमार डिसानायके ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और राष्ट्रीय एकता व नैतिक पुनरुत्थान पर बल दिया।
- भारत का योगदान: कोलंबो के राष्ट्रीय संग्रहालय में भारतीय बौद्ध विरासत पर प्रदर्शनी आयोजित की गई; अनुराधापुर और मिहिंतले के बीच पूरे पोसन सप्ताह मुफ्त ट्रेन सेवाएं तथा कोलंबो फोर्ट से अनुराधापुर के लिए विशेष रेल सेवाएं चलाई गईं।
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