भारत की निर्यात वृद्धि
- 08 Oct 2025
7 अक्टूबर, 2025 को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-अगस्त 2025 के दौरान भारत के कुल निर्यात (माल और सेवाएँ) में 5.19% की वृद्धि हुई, जो 346.10 अरब डॉलर रहा, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 329.03 अरब डॉलर था।
मुख्य तथ्य:
- कुल निर्यात: अप्रैल-अगस्त 2025 में 346.10 अरब डॉलर (5.19% वृद्धि), जिसमें माल निर्यात 183.74 अरब डॉलर (2.31% वृद्धि, 53.09% शेयर) और सेवा निर्यात 46.91% हिस्सा लिए रहा, जिसमें 8.65% की मजबूत वृद्धि दिखी।
- मुख्य उत्पाद: इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद (40.63% की तेजी), चाय (18.20%), मांस, डेयरी व पोल्ट्री उत्पाद (20.29%), और अन्य सीरियल (21.95%) उच्च वृद्धि वाले क्षेत्र रहे।
- प्रधान बाज़ार: भारत के निर्यात गंतव्य देशों में हांगकांग (26.19%), चीन (19.65%), यूएसए, जर्मनी (11.73%), कोरिया (9.69%) और यूएई शामिल हैं।
- सेवा निर्यात: भारतीय सेवा क्षेत्र, विशेष रूप से आईटी, बीपीओ, वित्तीय सेवाएँ, और प्रोफेशनल कंसल्टिंग वैश्विक मजबूती के साथ आगे बढ़े; ट्रेड सरप्लस 79.97 अरब डॉलर रहा।
- हथियारबंद सुधार: डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, पीएलआई योजना, सेल्फ़ हेल्प डिस्ट्रिक्ट एक्सपोर्ट हब, फॉरेन ट्रेड पॉलिसी, तथा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंक में सुधार ने निर्यात प्रतिस्पर्धा और उत्पाद विविधता बढ़ाई।
- उद्देश्य: सरकार ने 2025-26 के लिए 1 ट्रिलियन डॉलर निर्यात का लक्ष्य रखा है, जिसमें पहले पाँच महीनों में 34.61% प्राप्त हो चुका है।
- अन्य पहल: जीएसटी कटौती, लॉजिस्टिक्स सुधार, PM GatiShakti, नेशनल लॉजिस्टिक्स पॉलिसी, एक्सपोर्ट प्रमोशन मिशन, और नए व्यापार समझौते (UK CETA, EU FTA, UAE CEPA आदि) ने निर्यात प्रत्याशा को मजबूती दी।
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