तिहान-आईआईटी हैदराबाद

  • 01 Jan 2021

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने 29 दिसंबर, 2020 को भारत की स्वायत्त नेविगेशन प्रणाली (स्थलीय और हवाई) के लिए प्रथम परीक्षण स्थल ‘तिहान-आईआईटी हैदराबाद’ (TiHAN-IIT Hyderabad) की वर्चुअल माध्यम में आधारशिला रखी।

मुख्य विशेषताएं: इस इकाई में टेस्ट ट्रैक, वास्तविक-विश्व परिदृश्यों का अनुकरण (Emulation of Real-World Scenarios), आधुनिक सिमुलेशन टेक्नोलॉजी (State of the Art Simulation Technologies), सड़क सुविधा, V2X कम्युनिकेशन, ड्रोन रनवे और लैंडिंग एरिया, मैकेनिकल इंटीग्रेशन सुविधा, केन्द्रीयकृत नियंत्रण कक्ष/भूतल नियंत्रण केन्द्र, हैंगर (Hangars) आदि शामिल हैं।

महत्वपूर्ण तथ्य: भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने राष्ट्रीय अंतर-विषयी साइबर-फिजिकल सिस्टम (National Mission on Interdisciplinary Cyber-Physical Systems: NM-ICPS) मिशन के तहत स्वायत्त नेविगेशन और डेटा अधिग्रहण प्रणाली (UAVs, RoVs आदि) पर एक प्रौद्योगिकी नवाचार केन्द्र स्थापित करने हेतु आईआईटी हैदराबाद के लिए 135 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।

  • आईआईटी हैदराबाद में मानव रहित वायुयानों तथा दूरस्थ नियंत्रित वाहनों के लिए स्वायत्त नेविगेशन प्रणाली पर आधारित प्रौद्योगिकी नवाचार केन्द्र को 'तिहान फाउंडेशन' के रूप में जाना जाता है। इसे जून 2020 में संस्थान द्वारा खंड-8 कंपनी के रूप में मान्यता दी गई है।
  • केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 2018 में पांच साल की अवधि के लिए 3660 करोड़ रुपए के कुल परिव्यय के साथ राष्ट्रीय अंतर-विषयी साइबर-फिजिकल सिस्टम मिशन (NM-ICPS) को मंजूरी दी गई थी।