हेलिना और ध्रुवस्त्र

  • 24 Feb 2021

19 फरवरी, 2021 को नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल के थल सेना (हेलीकॉप्टर-लॉन्च) संस्करण 'हेलिना' (Helina) और वायु सेना संस्करण 'ध्रुवस्त्र’ (Dhruvastra) का पोखरण रेगिस्तान में एक संयुक्त उपयोगकर्ता परीक्षण (joint user trial) किया गया।

महत्वपूर्ण तथ्य: मिसाइल प्रणालियों को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है।

  • इन दोनों प्रणालियों का परीक्षण करने के लिए कुल पांच मिशन स्वदेशी रूप से विकसित एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) प्लेटफॉर्म से संचालित किए गए थे।

हेलिना: नाग मिसाइल प्रणाली का हेलीकॉप्टर-लॉन्च संस्करण, एक तीसरी पीढ़ी का 'दागो और भूल जाओ' (fire and forget) श्रेणी की एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल है।

  • इस प्रणाली में सभी मौसम में दिन और रात के समय परिचालन की क्षमता है और पारंपरिक कवच वाले टैंक के साथ-साथ विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच वाले युद्धक टैंकों को पराजित करने की क्षमता भी है।
  • हेलिना मिसाइल डायरेक्ट हिट मोड (direct hit mode) के साथ-साथ टॉप अटैक मोड (top attack mode) दोनों में लक्ष्य पर निशाना साधने में सक्षम है।
  • नाग मिसाइल की अधिकतम सीमा 4 किमी. है, जबकि हेलिना की मारक क्षमता सीमा 4-8 किमी. तक की है।
  • इन्फ्रारेड इमेजिंग सीकर (IIR) द्वारा निर्देशित इस मिसाइल को DRDO द्वारा दुनिया के सबसे उन्नत एंटी-टैंक हथियारों में से एक के रूप में वर्णित किया गया है।