मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली

  • 15 Sep 2021

9 सितंबर, 2021 को राजस्थान में जैसलमेर वायुसेना स्टेशन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में भारतीय वायु सेना को मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (MRSAM) प्रणाली की पहली सुपुर्दगी योग्य फायरिंग यूनिट सौंपी गई।

महत्वपूर्ण तथ्य: MRSAM भारतीय उद्योग के सहयोग से रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन और इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एक उन्नत नेटवर्क केंद्रित लड़ाकू वायु रक्षा प्रणाली है।

  • MRSAM प्रणाली लड़ाकू विमान, मानव रहित विमान, हेलीकॉप्टर, निर्देशित और बिना निर्देशित युद्ध सामग्री, सब-सोनिक और सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों आदि त खतरों के खिलाफ जमीनी परिसंपत्तियों को एक स्थान विशेष पर और क्षेत्र विशेष पर वायु रक्षा प्रदान करती है ।
  • यह गंभीर संतृप्ति परिदृश्यों (severe saturation scenarios) में 70 किलोमीटर की दूरी तक अनेक लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है।
  • टर्मिनल चरण के दौरान उच्च गतिशीलता प्राप्त करने के लिए मिसाइल स्वदेशी रूप से विकसित रॉकेट मोटर और कंट्रोल प्रणाली द्वारा संचालित है।
  • फायरिंग यूनिट में मिसाइल, युद्धक प्रबंधन प्रणाली, मोबाइल लॉन्चर सिस्टम, उन्नत लंबी दूरी का रडार, मोबाइल पावर सिस्टम, रडार पावर सिस्टम आदि शामिल हैं।