चौथा राज्य स्वास्थ्य सूचकांक 2019-20

  • 03 Jan 2022

नीति आयोग ने 27 दिसंबर, 2021 को 'चौथा राज्य स्वास्थ्य सूचकांक 2019-20' (fourth State Health Index 2019–20) जारी किया।

(Image Source: https://www.niti.gov.in/)

महत्वपूर्ण तथ्य: 'हेल्दी स्टेट्स, प्रोग्रेसिव इंडिया' (Healthy States, Progressive India) शीर्षक वाली यह रिपोर्ट राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों को स्वास्थ्य परिणामों में साल-दर-साल वृद्धिशील प्रदर्शन के साथ-साथ उनकी समग्र स्थिति के आधार पर रैंक करती है।

  • यह रिपोर्ट केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व बैंक के सहयोग से नीति आयोग द्वारा संकलित की गई है।
  • स्वास्थ्य सूचकांक स्कोर संकेतकों के एक बड़े समूह में राज्यों के प्रदर्शन के आधार पर तैयार किया जाता है, जो तीन व्यापक डोमेन - स्वास्थ्य परिणाम, शासन और सूचना, और प्रमुख इनपुट / प्रक्रियाओं पर आधारित हैं।
  • इसमें 19 बड़े राज्यों, 8 छोटे राज्यों और 7 केंद्र-शासित प्रदेशों का सर्वेक्षण किया गया है। पर्याप्त डेटा की अनुपलब्धता के कारण इसमें पश्चिम बंगाल और लद्दाख को शामिल नहीं किया गया।
  • समग्र सूची में केरल लगातार चौथी बार शीर्ष स्थान पर है।

बड़े राज्य: बड़े राज्यों में, केरल और तमिलनाडु सूची में सबसे ऊपर हैं, जबकि तेलंगाना तीसरे स्थान पर है।

  • उत्तर प्रदेश रैंकिंग में सबसे नीचे है। हालांकि, यह वृद्धिशील प्रदर्शन के मामले में शीर्ष पर है। इसने 43 संकेतकों में से 33 पर अपने प्रदर्शन में सुधार किया है।
  • वार्षिक वृद्धिशील प्रदर्शन के मामले में उत्तर प्रदेश, असम और तेलंगाना शीर्ष तीन रैंकिंग वाले राज्य हैं।

छोटे राज्य: छोटे राज्यों में मिजोरम सबसे अच्छा और नागालैंड सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों के रूप में उभरा।

केंद्र-शासित प्रदेश: दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव सूची में सबसे ऊपर और अंडमान और निकोबार सबसे नीचे है।

  • दिल्ली और जम्मू और कश्मीर समग्र प्रदर्शन में केंद्र-शासित प्रदेशों में सबसे निचले स्थान पर रहे, लेकिन वृद्धिशील प्रदर्शन में सूची में सबसे ऊपर थे।