सामयिक
पुरस्कार/सम्मान:
ग्लोबल रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म अवार्ड 2023
केरल पर्यटन को उसकी टिकाऊ और महिला-समावेशी पहल के लिए प्रतिष्ठित ग्लोबल रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म अवार्ड 2023 से सम्मानित किया गया है।
- केरल रिस्पॉन्सिबल टूरिज़्म मिशन (RTM) को इस पुरस्कार के लिए दक्षिणी अफ्रीका के भू-आबद्ध देश एस्वातिनी के साथ संयुक्त रूप से चुना गया। एस्वातिनी पर्यावरण-अनुकूल ‘न्ग्वेन्या ग्लास’ के लिए प्रसिद्ध है।
- यह पुरस्कार स्थानीय व्यंजनों, हस्तशिल्प को बढ़ावा देने और स्थानीय समुदायों के लिए आय उत्पन्न करने में रिस्पॉन्सिबल टूरिज़्म मिशन (RTM) के कार्य को मान्यता देता है।
- 2007 में स्थापित, केरल का रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म मिशन पर्यटन उद्योग के भीतर टिकाऊ और समावेशी प्रथाओं को बढ़ावा देने में सहायक रहा है।
- केरल ने ‘बेस्ट फ़ॉर लोकल सोर्सिंग – क्राफ्ट एंड फ़ूड’ श्रेणी में यह पुरस्कार जीता।
- यह अवार्ड रिस्पॉन्सिबल टूरिज़्म पार्टनरशिप और इंटरनेशनल सेंटर फ़ॉर रिस्पॉन्सिबल टूरिज़्म (ICRT) द्वारा प्रदान किया जाता है।
- यह पुरस्कार पर्यटन गतिविधियों से जोड़ने और स्वदेशी उत्पादों के प्रभावी विपणन को सुनिश्चित करने के लिए टिकाऊ और समावेशी पर्यटन पहल के लिए दिया जाता है।
दीनानाथ राजपूत को रोहिणी नैय्यर पुरस्कार
पूर्व सॉफ्टवेयर इंजीनियर दीनानाथ राजपूत को छत्तीसगढ़ के बस्तर में आदिवासी महिलाओं के सशक्तिकरण में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए रोहिणी नैय्यर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
- पुरस्कार विजेता दीनानाथ राजपूत ने 6,000 से अधिक आदिवासी महिलाओं को नक्सल प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़ में अपनी उपज बेचने और विपणन करने में मदद की है।
- दीनानाथ राजपूत ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में केवल महिलाओं के लिए किसान उत्पादक संगठन (FPO) की स्थापना की है।
- राजपूत के प्रमुख कार्यों में, महिलाओं के लिए स्वयं सहायता समूह बनाना, कुशल खेती के तरीके सिखाना, कोल्ड स्टोरेज बुनियादी ढांचे का निर्माण करना और महिलाओं को उनके उत्पादों और सेवाओं में विविधता लाने में मदद करना शामिल है।
- भारत की प्रतिष्ठित अर्थशास्त्रियों में से एक रोहिणी नैय्यर की स्मृति में स्थापित रोहिणी नैय्यर पुरस्कार ग्रामीण विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिवर्ष 40 वर्ष से कम व्यक्ति को प्रदान किया जाता है।
- ग्रामीण उत्थान के प्रति उत्कृष्टता और प्रतिबद्धता का प्रतीक यह पुरस्कार 10 लाख रुपये के नकद पुरस्कार के साथ दिया जाता है।
नंदिनी दास को ब्रिटिश अकादमी पुस्तक पुरस्कार-2023
भारतीय मूल की लेखिका नंदिनी दास को वैश्विक सांस्कृतिक समझ के लिए 2023 ब्रिटिश अकादमी पुस्तक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
- नंदिनी को यह अवार्ड उनकी पुस्तक 'कोर्टिंग इंडिया: इंग्लैंड, मुगल इंडिया एंड द ओरिजिन्स ऑफ एम्पायर' के लिए प्रदान किया गया है।
- इस पुस्तक में मुग़ल दरबारों में इंग्लैंड के पहले राजनयिक मिशन के माध्यम से ब्रिटेन और भारत के संबंधों की घटनाओं का वर्णन किया गया है।
- नंदिनी, ऑक्सफर्ड विश्वविद्यालय में अंग्रेजी साहित्य की प्रोफेसर हैं।
- वैश्विक सांस्कृतिक समझ के लिए ब्रिटिश अकादमी पुस्तक पुरस्कार, जिसे पहले नायेफ अल-रोधन पुरस्कार के रूप में जाना जाता था, वर्ष 2013 में स्थापित किया गया था।
- यह पुरस्कार गैर-काल्पनिक साहित्य के असाधारण कार्यों के लिए प्रदान किया जाता है।
हुरुन इंडिया परोपकार सूची 2023 में शिव नाडर शीर्ष पर
2 नवंबर, 2023 को ‘एडेलगिव हुरुन इंडिया फिलैंथ्रोपी लिस्ट 2023’ (EdelGive Hurun India Philanthropy List 2023) जारी की गई। इसमें HCL के को-फाउंडर शिव नाडर शीर्ष स्थान पर हैं।
- शिव नाडर ने वित्त वर्ष 2023 में 2,042 करोड़ रुपए का दान दिया, अर्थात प्रति दिन 5.6 करोड़ रुपए उन्होंने दान किए।
- नाडर के बाद विप्रो के फाउंडर-चेयरमैन अजीम प्रेमजी हैं, जिन्होंने 1,774 करोड़ रुपए का दान दिया।
- जेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामथ (37) सबसे कम उम्र के दानवीर हैं। निखिल ने अपने भाई और जेरोधा के सीईओ नितिन कामथ (44) के साथ मिलकर 110 करोड़ रुपए का दान दिया।
- इस सूची में 119 दानवीरों को शामिल किया गया है, जिन्होंने वित्त वर्ष 2023 में 8,445 करोड़ रुपए का दान दिया।
अशोक गाडगिल और सुब्रा सुरेश को US का सर्वोच्च वैज्ञानिक पुरस्कार
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में योगदान के लिए दो भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिकों को अमेरिका के सर्वोच्च वैज्ञानिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
- भारतीय-अमेरिकी अशोक गाडगिल और सुब्रा सुरेश को अमेरिकी राष्ट्रपति जो. बाइडेन ने 24 अक्टूबर, 2023 को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी और नवाचार पदक से सम्मानित किया।
- अशोक गाडगिल को नेशनल टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशनल मेडल और सुब्रा सुरेश को नेशनल मेडल ऑफ साइंस से सम्मानित किया गया।
- अशोक गाडगिल वर्तमान में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले में प्रोफेसर और लॉरेंस बर्कले नेशनल लेबोरेटरी के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत हैं।
- नेशनल साइंस फाउंडेशन के पूर्व प्रमुख सुब्रा सुरेश ब्राउन यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग में प्रोफेसर हैं।
मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ को हार्वर्ड लॉ स्कूल द्वारा सम्मानित
भारत के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ को 21 अक्टूबर, 2023 को अमेरिका के प्रतिष्ठित हार्वर्ड लॉ स्कूल ने अपने सर्वोच्च सम्मान 'अवार्ड फॉर ग्लोबल लीडरशिप' से सम्मानित किया।
- हार्वर्ड लॉ स्कूल ने भारत के मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ को यह सम्मान देने की घोषणा 11 जनवरी 2023 को की थी।
- मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने 1982-83 में हार्वर्ड लॉ स्कूल से ही विधि एवं न्यायशास्त्र में स्नातकोत्तर (LLM) और 1983-86 में न्यायिक विज्ञान में डॉक्टरेट (SJD) की उपाधि प्राप्त की है।
तमिल लेखिका शिवशंकरी को सरस्वती सम्मान
तमिल लेखिका शिवशंकरी को उनके 2019 के संस्मरण ‘सूर्य वंशम' (Surya Vamsam) के लिए सरस्वती सम्मान 2022 से सम्मानित किया गया।
- शिवशंकरी के द्वारा 36 उपन्यासों (Novels), 48 लघु उपन्यासों (Novellas), 150 लघु कथाओं, 15 यात्रा-वृत्तांतों, 7 निबंध संग्रहों और 3 जीवनियों की रचना की गई है।
- शिवशंकरी की कई रचनाओं का भारतीय भाषाओं के अतिरिक्त जापानी एवं यूक्रेनी में भी अनुवाद किया गया है।
- सरस्वती सम्मान के. के. बिड़ला फ़ाउंडेशन द्वारा दिया जाने वाला प्रतिष्ठित साहित्य पुरस्कार है।
- सरस्वती सम्मान के अलावा, बिहारी पुरस्कार और व्यास सम्मान के.के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा स्थापित अन्य साहित्यिक पुरस्कार हैं।
क्लाउडिया गोल्डिन को अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार-2023
रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने 9 अक्टूबर, 2023 को अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार (2023) अमेरिका की क्लाउडिया गोल्डिन को दिए जाने की घोषणा की।
- क्लाउडिया गोल्डिन को यह पुरस्कार "महिलाओं के श्रम बाजार के परिणामों के बारे में हमारी समझ को उन्नत करने के लिए" दिया जाएगा।
- क्लाउडिया हार्वर्ड विश्विद्यालय की आर्थिक इतिहासकार हैं।
- क्लाउडिया यह सम्मान पाने वाली तीसरी महिला होंगी।
- आर्थिक विज्ञान (Economic Sciences) में असाधारण योगदान के लिए अब तक सिर्फ दो महिलाओं, एलिनोर ओस्ट्रोम और एस्थर डफ्लो को ही नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
- आर्थिक विज्ञान में नोबेल मेमोरियल पुरस्कार को स्वेरिजेस रिक्सबैंक पुरस्कार के रूप में जाना जाता है।
- गोल्डिन की 1990 की पुस्तक "अंडरस्टैंडिंग द जेंडर गैप: एन इकोनॉमिक हिस्ट्री ऑफ अमेरिकन वुमेन" वेतन असमानता से संबंधित थी।
नरगिश मोहम्मदी को वर्ष 2023 का नोबेल शांति पुरस्कार
स्वीडिश अकादमी ने 6 अक्टूबर, 2023 को ईरान की मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगिश मोहम्मदी को वर्ष 2023 का नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किए जाने की घोषणा की।
- नरगिस मोहम्मदी को यह पुरस्कार ईरान में महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई और मानवाधिकार और स्वतंत्रता के लिए किये गए उनके प्रयास के लिए प्रदान किया गया है।
- नरगिस, ईरान में मृत्यु दंड को खत्म करने और कैदियों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए वकील और पैरोकार भी रही हैं।
- मोहम्मदी 13 बार जेल गईं हैं और 5 बार दोषी करार दिया गया, उन्हें 31 साल कारावास की सजा सुनाई गई है।
- नरगिस मोहम्मदी ईरानी मानवाधिकार कार्यकर्ता और डिफेंडर ऑफ ह्यूमन राइट्स सेंटर (DHRC) की उपाध्यक्ष हैं।
- मोहम्मदी नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाली 19वीं महिला हैं और वर्ष 2003 में शिरीन एबादी के बाद यह पुरस्कार जीतने वाली दूसरी ईरानी महिला हैं।
- नरगिस की किताब 'व्हाइट टॉर्चर: इंटरव्यूज़ विद ईरानी वूमेन प्रिज़नर्स' को अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव और मानवाधिकार फोरम में रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स के लिए पुरस्कृत किया गया है।
- वर्ष 1901 से 2023 के बीच नोबेल शांति पुरस्कार अब तक 104 बार दिया गया है। इन नोबेल पुरस्कार विजेताओं में 111 लोग और 30 संगठन शामिल हैं।
जॉन फॉसे को साहित्य का नोबेल पुरस्कार-2023
स्वीडिश अकादमी ने 5 अक्टूबर, 2023 को नॉर्वे के लेखक जॉन फॉसे (Jon Fosse) को वर्ष 2023 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की।
- यह पुरस्कार उनके अभिनव नाटकों और गद्य साहित्य के लिए प्रदान किया जाएगा, जो अनकही भावनाओं को आवाज देते हैं।
- जॉन फॉसे ने उपन्यासों को एक ऐसी शैली में लिखा है जिसे 'फॉसे मिनिमलिज्म' के नाम से जाना जाता है।
- उनके द्वारा लिखित नाटकों में प्रमुख हैं – समवन इज गोइंग टू कम होम (Someone is Going to Come Home), दि नेम (The Name), दि चाइल्ड (The Child), मदर एंड चाइल्ड (Mother and Child)
- उनकी किताबों को 40 से ज्यादा भाषाओं में अनुवादित किया जा चुका है।
- उनका पहला उपन्यास 'रेड, ब्लैक' (Red, Black) वर्ष 1983 में और पहला नाटक 'समवन इज गोइंग टू कम' (someone is Going to Come Home) वर्ष 1992 में प्रकाशित हुआ था।
- फॉसे ने अपना पहला उपन्यास रेड एंड ब्लैक में आत्महत्या जैसे संवेदनशील मुद्दे पर लिखा था।