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न्यायिक समीक्षा
भारत में ‘न्यायिक समीक्षा’ की स्थिति के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- भारत में न्यायिक समीक्षा की शक्ति का स्रोत भारतीय संविधान है (संविधान के अनुच्छेद 13, 32, 136, 142 और 147)।
- न्यायिक समीक्षा की शक्ति का प्रयोग संविधान के भाग-तीन में प्रदत्त मूल अधिकारों की रक्षा करने और इन्हें प्रवर्तित करने के लिए किया जाता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A |
केवल 1
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B |
1 और 2
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C |
केवल 2
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D |
इनमें से कोई नहीं
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Your Ans is
Right ans is B
Explanation :
न्यायिक समीक्षा का अर्थ है- एक कानून या आदेश की समीक्षा और वैधता निर्धारित करने के लिए न्यायपालिका की शक्ति को प्रदर्शित करना। दूसरी ओर, न्यायिक सक्रियता इस बात को संदर्भित करती है कि न्यायिक शक्ति का उपयोग मुखर और लागू होने से इसका लाभ बड़े पैमाने पर सामान्य लोगों और समाज को मिला पा रहा है कि नहीं।
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