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सकल घरेलू उत्पाद
सकल घरेलू उत्पाद और सकल मूल्य वर्द्धन के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- ‘सकल घरेलू उत्पाद’ (GDP) अर्थव्यवस्था को व्यय (या मांग) पक्ष से मापता करता है- यानी सभी व्यय जोड़कर।
- सकल मूल्य वर्द्धन किसी देश की अर्थव्यवस्था में सभी क्षेत्रों यथा- प्राथमिक क्षेत्र, द्वितीय क्षेत्र और तृतीयक क्षेत्र द्वारा किया गया कुल अंतिम वस्तुओं एवं सेवाओं के उत्पादन का मौद्रिक मूल्य होता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं
A |
केवल 1
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B |
केवल 2
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C |
1 और 2 दोनों
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D |
न तो 1 और न ही 2
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Explanation :
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ), सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के व्यय घटकों के संगत अनुमानों के साथ स्थिर (2011-12) और वर्तमान मूल्यों दोनों पर ही वित्त वर्ष 2021-22 के लिए राष्ट्रीय आय का पहला अग्रिम अनुमान (एफएई) जारी कर दिया है। वर्ष 2021-22 में स्थिर कीमतों (2011-12) पर वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद या सकल घरेलू उत्पाद का अनुमान ₹147.54 लाख करोड़ है, जबकि वर्ष 2020-21 के लिए सकल घरेलू उत्पाद का अनंतिम अनुमान ₹135.13 लाख करोड़ है, जो 31 मई, 2021 को जारी किया गया था। 2020-21 में 7.3 प्रतिशत की जीडीपी की तुलना में 2021-22 के दौरान वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 9.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है।
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