पन्ना टाइगर रिजर्व 'व‌र्ल्ड नेटवर्क ऑफ बायोस्फीयर रिजर्व' सूची में

  • 28 Nov 2020

नवंबर, 2020 में मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व को यूनेस्को के ‘मैन एंड बायोस्फीयर प्रोग्राम’ की 'वर्ल्ड नेटवर्क ऑफ बायोस्फीयर रिजर्व' (World Network Of Biosphere Reserves-WNBR) सूची में शामिल किया गया है।

महत्वपूर्ण तथ्य: पन्ना टाइगर रिजर्व में पिछले साल बाघों की आबादी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। बाघों की संख्या बढ़कर 50 से अधिक हो गई थी, जोकि एक दशक पहले शून्य थी।

  • पचमढ़ी और अमरकंटक के बाद मध्य प्रदेश से यह तीसरा बायोस्फीयर रिजर्व है, जिसे WNBR सूची में शामिल किया गया है।
  • पन्ना को 1981 में अपने गठन के 13 साल बाद एक 'प्रोजेक्ट टाइगर' रिजर्व का दर्जा मिला तथा केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा 2011 में एक बायोस्फीयर रिजर्व के रूप में अधिसूचित किया गया था।
  • रिजर्व में लगभग 542.67 वर्ग किमी. का क्षेत्र (Core Area) शामिल है। यह एक महत्वपूर्ण बाघ निवास स्थल है। इसका घना पर्णपाती वन भारतीय भेड़िया, भालू, तेंदुआ, घड़ियाल, भारतीय लोमड़ी के लिए एक प्राकृतिक आवास है।

WNBR में शामिल अन्य भारतीय बायोस्फीयर रिजर्व: नीलगिरि (2000), मन्नार की खाड़ी (2001), सुंदरबन (2001), नंदा देवी (2004), नोकरेक (2009), पचमढ़ी (2009), सिमलीपाल (2009), अचानकमार-अमरकंटक (2012), ग्रेट निकोबार (2013), अगस्त्यामलाई (2016) तथा कंचनजंघा (2018) ।

  • यूनेस्को द्वारा 1971 में एक अंतरसरकारी वैज्ञानिक कार्यक्रम के रूप में स्थापित, मैन एंड बायोस्फीयर प्रोग्राम ने सतत विकास के विचार को आगे बढ़ाया है।