मणिपुर की अनूठी हाथी मिर्च और तामेंगलोंग संतरे ने हासिल किया जीआई टैग

  • 21 Sep 2021

सितंबर 2021 में मणिपुर के उखरुल जिले में पाई जाने वाली तथा अपने अनोखे स्वाद के लिए प्रसिद्ध 'हाथी मिर्च' (Hathei chilli) और 'तामेंगलोंग संतरे' को भौगोलिक संकेतक (जीआई) प्रदान किया गया है।

(Source: Ministry of DoNER Twitter)

हाथी मिर्च: इसे आमतौर पर ‘सिराराखोंग मिर्च’ (Sirarakhong Chilli) के रूप में जाना जाता है, यह केवल सिराराखोंग गांव की जलवायु परिस्थिति में ही अच्छी तरह से उगाई जाती है, जो इंफाल से लगभग 66 किमी. दूर स्थित है।

  • उखरुल जिले के सिराराखोंग गांव के स्थानीय लोग इसे 'भगवान का उपहार' मानते हैं।
  • सिराराखोंग 'हाथी' मिर्च को बढ़ावा देने के लिए अगस्त में मणिपुर में एक वार्षिक उत्सव आयोजित किया जाता है।

तामेंगलोंग संतरा: यह आकार में बड़ा होता है, जिसका वजन औसतन 232.76 ग्राम होता है। यह एक मीठे और खट्टे स्वाद वाला अनोखा संतरा है। इसमें उच्च रस सामग्री (लगभग 45%) है और यह एस्कॉर्बिक एसिड से समृद्ध है।

  • यह ज्यादातर तामेंगलोंग जिले में पाया जाता है, जिसे 'मणिपुर के संतरे के कटोरे' (Manipur’s ‘orange bowl) के रूप में जाना जाता है।

अन्य तथ्य: मई 2020 में, अपनी विशेष सुगंध के लिए प्रसिद्ध ‘मणिपुर काले चावल’ ने जीआई टैग हासिल किया था। इससे पहले, उखरुल जिले के कछाई गांव में उगाए जाने वाले नींबू की एक अनूठी किस्म 'कछाई नींबू' को भी जीआई टैग प्रदान किया गया था।