जी.एन. वाजपेयी समिति

  • 22 Nov 2021

वित्तीय उत्पादों और सेवाओं में वृद्धि करने के उद्देश्य से, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (IFSCA) ने एलआईसी और एसईबीआई के पूर्व अध्यक्ष जी.एन. वाजपेयी की अध्यक्षता में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (IFSC) से बीमा और पुनर्बीमा व्यवसाय को बढ़ाने के लिए प्रमुख क्षेत्रों की पहचान करने हेतु एक बीमा समिति का गठन किया है। इस समिति ने नवंबर 2021 में अपनी महत्वपूर्ण सिफारिशें प्रस्तुत की हैं।

(Image Source: ifsca.gov.in)

समिति की महत्वपूर्ण सिफारिशें: IFSCA ने एयरक्राफ्ट लीजिंग और फाइनेंसिंग के लिए इको-सिस्टम विकसित किया है, जिसका उपयोग IFSC में ‘एविएशन इंश्योरेंस हब’ और ‘ट्रेड क्रेडिट इंश्योरेंस’ विकसित करने के लिए किया जा सकता है।

  • कैप्टिव बीमा मॉडल (Captive insurance model) स्वयं के जोखिम को प्रबंधित करने के प्रभावशाली तरीकों में से एक है। इसलिए IFSCA कैप्टिव के संचालन को सक्षम करने हेतु एक नया बुनियादी ढांचा विकसित कर सकता है।
  • IFSCA ने ग्लोबल इन-हाउस केंद्रों (Global In-house centres) के लिए सक्षम ढांचा तैयार किया है जिनका उपयोग (पुनः) बीमाकर्ताओं द्वारा बीमा के लिए सहायक सेवाएं प्रदान करने के लिए किया जा सकता है।
  • बीमा व्यवसाय के कुछ विशिष्ट क्षेत्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण चालक एवं विश्व स्तर पर प्रचलित ‘प्रीमियम वित्तपोषण’ (premium financing) को IFSC में पेश किया जा सकता है।
  • वैश्विक बाजार के लिए उपलब्ध बीमा से जुड़ी प्रतिभूतियों, आपदा बॉन्ड (Catastrophe bonds) जैसे वैकल्पिक जोखिम हस्तांतरण समाधान तैयार करना।
  • समिति ने प्रवासी भारतीयों की बीमा जरूरतों की मैपिंग और 'हब एंड स्पोक' मॉडल के प्रचार और विकास के माध्यम से ऐसी जरूरतों को पूरा करने की भी सिफारिश की है।