इलेक्ट्रॉनिक्स विनिनिर्माण पर विजन दस्तावेज का दूसरा खंड

  • 27 Jan 2022

24 जनवरी, 2022 को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (ICEA) के साथ मिलकर इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के लिए 5 साल का रोडमैप और विजन दस्तावेज का दूसरा खंड जारी किया।

महत्वपूर्ण तथ्य: इस विजन दस्तावेज का शीर्षक है- "2026 तक 300 बिलियन डॉलर का सतत इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण और निर्यात"।

  • रोडमैप का पहला विजन दस्तावेज नवंबर 2021 में "भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात और जीवीसी में हिस्सेदारी बढ़ाना" शीर्षक से जारी किया गया था।
  • रिपोर्ट विभिन्न उत्पादों के लिए वर्ष-वार विवरण और उत्पादन के बारे में अनुमान प्रस्तुत करती है। मोबाइल फोन, आईटी हार्डवेयर (लैपटॉप, टैबलेट), कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स (टीवी और ऑडियो), औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटो इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रॉनिक पुर्जे, एलईडी लाइटिंग, सामरिक इलेक्ट्रॉनिक्स, प्रिंटेड सर्किट बोर्ड संयोजन, पहनने योग्य और सुनने योग्य तथा दूरसंचार उपकरण उन प्रमुख उत्पादों में शामिल हैं, जो इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्षेत्र में भारत की प्रगति का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।
  • अगले 5 वर्षों में घरेलू बाजार के 65 अरब डॉलर से बढ़कर 180 अरब अमेरिकी डॉलर होने की उम्मीद है। इससे 2026 तक भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को 2-3 शीर्ष रैंकिंग निर्यातों में स्थान मिल जाएगा।

पीएलआई योजनाएं: 300 बिलियन डॉलर का ‘इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण’, सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इको-सिस्टम पर जोर देने के लिए सरकार द्वारा घोषित 10 बिलियन डॉलर मूल्य की उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना से जुड़ा है।

  • सरकार ने अगले 6 वर्षों में चार पीएलआई योजनाओं - सेमीकंडक्टर और डिजाइन, स्मार्टफोन, आईटी हार्डवेयर और कल-पुर्जों के लिए लगभग 17 बिलियन डॉलर का प्रावधान किया है।