संशोधित राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान

  • 21 Apr 2022

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पंचायती राज संस्थाओं की शासन संबंधी क्षमताओं को विकसित करने के लिए संशोधित केंद्र प्रायोजित योजना- ‘राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान’ को 31 मार्च, 2026 तक जारी रखने की मंजूरी दी है।

महत्वपूर्ण तथ्य: इस योजना का कुल वित्तीय परिव्यय 5,911 करोड़ रुपए है, जिसमें केंद्र का हिस्सा 3,700 करोड़ रुपए और राज्य का हिस्सा 2,211 करोड़ रुपए है।

  • यह 2.78 लाख ग्रामीण स्थानीय निकायों को सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा और पंचायती राज संस्थानों की शासन क्षमताओं को बढ़ावा देगा।
  • इस योजना के तहत गांवों में गरीबी मुक्त और बढ़ी हुई आजीविका, स्वस्थ गांव, बाल-सुलभ गांव, जल पर्याप्त गांव आदि थीम को प्राथमिकता दी जाएगी।
  • केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा केंद्र प्रायोजित योजना - राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान को वित्तीय वर्ष 2018-19 से 2021-22 तक कार्यान्वयन के लिए मंजूरी दी गई थी।
  • यह योजना राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तर पर पंचायती राज संस्थाओं के क्षमता निर्माण के लिए संस्थागत ढांचे को स्थापित करने में मदद करेगी।
यह योजना ग्राम सभाओं को नागरिकों, विशेष रूप से कमजोर समूहों के सामाजिक समावेशन के साथ प्रभावी संस्थानों के रूप में कार्य करने के लिए मजबूत करेगी।