सामयिक
अंतर्राष्ट्रीय:
मोंट्रेक्स कन्वेंशन
तुर्की अपने दो सामरिक जलडमरूमध्य के माध्यम से नौसेना के मार्ग पर मोंट्रेक्स कन्वेंशन (Montreux Convention) को लागू करने के लिए तैयार है, जो उन्हें भूमध्य सागर और काले सागर के बीच रूसी युद्धपोतों को प्रवेश करने से रोकने के लिए अधिकृत करेगा।
(Image Source: http://www.noahtherealstory.com/)
महत्वपूर्ण तथ्य: यूक्रेन में युद्ध की स्थिति को देखते हुए, मोंट्रेक्स कन्वेंशन को लागू करने की घोषणा तुर्की को रूसी युद्धक जहाजों को ‘बोस्पोरस’ (Bosporus) और 'डार्डानेल्स’ (Dardanelles) जलडमरूमध्य के माध्यम से काले सागर में प्रवेश करने से प्रतिबंधित करने के लिए अधिकृत करती है।
- ‘बोस्पोरस’ और 'डार्डानेल्स’ जलडमरूमध्य, जिसे तुर्की जलडमरूमध्य या काला सागर जलडमरूमध्य के नाम से भी जाना जाता है, एजियन सागर और काला सागर को मार्मारा (Marmara) सागर से जोड़ते हैं।
- यह एकमात्र मार्ग है, जिसके माध्यम से काला सागर में मौजूद बंदरगाह से भूमध्यसागरीय और उससे आगे अन्य बंदरगाहों तक पहुँचा जा सकता है।
मोंट्रेक्स कन्वेंशन: जलडमरूमध्य के शासन से संबंधित 1936 का मोंट्रेक्स कन्वेंशन तुर्की को काला सागर के बीच जल मार्ग पर नियंत्रण प्रदान करता है।
- युद्ध की स्थिति में, कन्वेंशन तुर्की को नौसेना युद्धपोतों के आवागमन को विनियमित करने और संघर्ष में शामिल देशों से संबंधित युद्धपोतोंके लिए जलडमरूमध्य को अवरुद्ध करने का अधिकार देता है।
- इस कन्वेंशन का अनुच्छेद-19 काला सागर से लगे देशों के लिये एक अपवाद है, जो रूसी युद्धपोतों को काला सागर में प्रवेश करने या बाहर निकलने से रोकने की तुर्की की शक्ति को प्रभावी ढंग से कम कर सकता है।
ईआईयू लोकतंत्र सूचकांक 2021
इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट ने 10 फरवरी, 2022 को 'ईआईयू लोकतंत्र सूचकांक 2021' (EIU’s Democracy Index 2021) जारी किया।
महत्वपूर्ण तथ्य: यह सूचकांक यूनाइटेड किंगडम स्थित एक निजी कंपनी ‘इकोनॉमिस्ट ग्रुप’ के अनुसंधान प्रभाग, इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (ईआईयू) द्वारा संकलित किया जाता है।
- सूचकांक दुनिया भर में लोकतंत्र के लिए निरंतर चुनौतियों पर प्रकाश डालता है, जिसमें कोरोनोवायरस महामारी का दबाव और सत्तावादी शासन विकल्पों के लिए बढ़ता समर्थन शामिल है।
- दुनिया की आधी से भी कम (45.7%) आबादी अब किसी न किसी प्रकार के लोकतांत्रिक शासन में रहती है।
- यह सूचकांक 60 संकेतकों पर आधारित है, जिन्हें पांच मापदंडों में बांटा गया है। ये हैं- चुनावी प्रक्रिया और बहुलवाद, सरकार के कामकाज, राजनीतिक भागीदारी, राजनीतिक संस्कृति और नागरिक स्वतंत्रता।
- लोकतंत्र सूचकांक में नॉर्वे पहले स्थान पर है, उसके बाद न्यूजीलैंड, फिनलैंड, स्वीडन और आइसलैंड हैं।
- अफगानिस्तान सूचकांक में अंतिम 167वें स्थान पर है, उसके बाद म्यांमार 166वें और उत्तर कोरिया 165वेंस्थान पर है।
भारत की स्थिति: लोकतंत्र सूचकांक 2021 में भारत 46वें स्थान पर है।
- भारत का स्कोर 6.91 है। राजनीतिक संस्कृति के मानदंड पर इसका स्कोर सबसे कम (5) और चुनावी प्रक्रिया और बहुलवाद के मानदंड पर उच्चतम (8.67) है।
- नागरिक स्वतंत्रता, राजनीतिक भागीदारी और सरकार के कामकाज के मानकों पर भारत का स्कोर क्रमशः 6.18, 7.22 और 7.50 है।
- भारत 2020 के सूचकांक में 53वें स्थान पर था।
- जीके फैक्ट: रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की एक तिहाई से अधिक (37.1%) आबादी सत्तावादी (authoritarian) शासन में रहती है।
अंतरराष्ट्रीय बौद्धिक संपदा सूचकांक 2022
23 फरवरी, 2022 को यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स ग्लोबल इनोवेशन पॉलिसी सेंटर द्वारा संकलित वार्षिक रिपोर्ट ‘अंतरराष्ट्रीय बौद्धिक संपदा सूचकांक 2022’ (International Intellectual Property Index 2022) जारी किया गया।
महत्वपूर्ण तथ्य: यह इस सूचकांक का 10वां वार्षिक संस्करण था, जिसमें 55 वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में बौद्धिक संपदा ढांचे का मूल्यांकन किया गया है।
- अंतरराष्ट्रीय बौद्धिक संपदा सूचकांक पेटेंट और कॉपीराइट नीतियों, आईपी परिसंपत्तियों के व्यावसायीकरण और किसी देश की अंतरराष्ट्रीय संधियों के संपुष्टि का मूल्यांकन करता है।
- 45 अर्थव्यवस्थाओं ने अपने स्कोर में शुद्ध सुधार दर्ज किया है। संयुक्त अरब अमीरात, नाइजीरिया, और पेरू ने अपने स्कोर में क्रमशः 4.04%, 3.91%, और 2.76% का सुधार किया है।
- सूचकांक 2022 में अमेरिका पहले, ब्रिटेन दूसरे, जर्मनी तीसरे, स्वीडन चौथे और फ्रांस पांचवें स्थान पर रहा।
- सूचकांक के इस संस्करण में वेनेजुएला को 55वां स्थान दिया गया है।
- भारत की स्थिति: इस सूचकांक में भारत 43वें स्थान पर है। भारत का समग्र बौद्धिक संपदा स्कोर 38.4% से बढ़कर 38.64% हो गया है।
- वर्ष 2021 के सूचकांक में भारत 40वें स्थान पर था।
मरिया
दुनिया का सबसे बड़ा मालवाहक (कार्गो) विमान, 'एंटोनोव एएन -225' (Antonov An-225) यूक्रेन में रूसी हमले में होस्टोमेल / गोस्टोमेल हवाई अड्डे पर अपने बेस पर तबाह हो गया है।
महत्वपूर्ण तथ्य: इसे औपचारिक रूप से 'कोसाक' (Cossack) (नाटो ऑपरेटिंग कोड) के रूप में जाना जाता था।
- 84 मीटर लंबा (276 फीट) यह विमान 528 मील प्रति घंटे तक की स्पीड से 250 टन (551,000 पाउंड) कार्गो परिवहन कर सकता है।
- इसका नाम मरिया (mriya) रखा गया था, जिसका यूक्रेनी में अर्थ है 'सपना'। इसने 1988 में अपनी पहली उड़ान भरी थी।
- इसे शुरू में बुरान ले जाने के लिए सोवियत वैमानिकी कार्यक्रम के हिस्से के रूप में डिजाइन किया गया था, जो यूएस के स्पेस शटल का सोवियत संस्करण था।
- 1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद, जब बुरान कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था, तो विमान का उपयोग बड़े पैमाने पर माल परिवहन के लिए किया जाने लगा।
- एंटोनोव कंपनी का प्रबंधन करने वाली यूक्रेन की रक्षा विनिर्माता यूक्रोबॉरोनप्रोम (Ukroboronprom) ने घोषणा की है कि इसे फिर से ठीक करने की लागत 3 अरब डॉलर से अधिक होगी और इसमें पांच साल से अधिक समय लगेगा।
एचआईवी से ठीक होने वाली पहली महिला
15 फरवरी, 2022 कोशोधकर्ताओं के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका की 64 वर्षीय महिला एचआईवी से ठीक होने वाली पहली महिला और तीसरी इंसान बन गई है।
महत्वपूर्ण तथ्य: ल्यूकेमिया रोगी इस महिला को एड्स पैदा करने वाले वायरस के लिए प्राकृतिक प्रतिरोध वाले किसी व्यक्ति से स्टेम सेल प्रत्यारोपण प्राप्त हुआ है। 2017 में स्टेम सेल प्रत्यारोपण की मदद से उनका उपचार किया गया था।
- इसमें अम्बिलिकल कॉर्ड (Umbilical Cord) यानी गर्भनाल रक्त का इस्तेमाल किया गया।
- हालांकि, यह एचआईवी के साथ ज्यादातर लोगों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है।
- स्टेम सेल प्रत्यारोपण एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है, जो किसी के स्टेम सेल को स्वस्थ कोशिकाओं से प्रतिस्थापित कर देती है।
- 2007 में स्टेम सेल प्रत्यारोपण की संभावना का प्रदर्शन किया गया था, जब टिमोथी रे ब्राउन एचआईवी से ठीक होने वाले पहले व्यक्ति बन गए थे।
- मानव इम्यूनोडेफिशियेंसी वायरस या एचआईवी एक संक्रमण है, जो 'सीडी4' (CD4) नामक शरीर की प्रतिरक्षा कोशिकाओं को नष्ट करके प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है।
रूस-यूक्रेन संघर्ष
रूस ने 24 फरवरी, 2022 को यूक्रेन पर जमीन, हवाई और समुद्र मार्ग से चौतरफा आक्रमण शुरू किया है, जिसे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप में एक देश द्वारा दूसरे के खिलाफ सबसे बड़े हमले के रूप में देखा जा रहा है।
(Image Source: https://www.economist.com/)
महत्वपूर्ण तथ्य: यूक्रेन, 44 मिलियन लोगों का एक लोकतांत्रिक देश है, जिसका 1,000 से अधिक वर्षों का इतिहास है और यह रूस के बाद क्षेत्रफल के हिसाब से यूरोप का सबसे बड़ा देश है।
- यूक्रेन 1991 में स्वतंत्रता तक सोवियत संघ का हिस्सा था। इसका उद्देश्य नाटो और यूरोपीय संघ में शामिल होना है।
- रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन को दुश्मनों द्वारा रूस से अलग की गई एक कृत्रिम रचना कहा और दावा किया है कि यूक्रेन पश्चिम की कठपुतली है।
- रूस यूक्रेन को प्राकृतिक रूप से अपने प्रभाव क्षेत्र में मानता है। इसमें से अधिकांश सदियों से रूसी साम्राज्य का हिस्सा था और कई यूक्रेनियन मूल रूसी भाषी हैं।
- पुतिन ने पश्चिम और यूक्रेन से इस बात की गारंटी की मांग की है कि वह 30 देशों के गठबंधन नाटो में शामिल नहीं होगा। रूस चाहता है कि यूक्रेन का विसैन्यीकरण (demilitarised) हो और वह एक तटस्थ नीति अपनाए।
- वर्ष 2021 में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से यूक्रेन को नाटो में शामिल करने का आग्रह किया था। इसने रूस को बहुत परेशान किया क्योंकि वह नहीं चाहता कि यूक्रेन नाटो और यूरोपीय संघ जैसे संगठनों में शामिल हो।
भारत और जर्मनी सहयोग कार्य योजना 2022
भारत और जर्मनी ने 16 फरवरी, 2022 को 'भारत और जर्मनी सहयोग कार्य योजना 2022' पर हस्ताक्षर किए।
उद्देश्य: गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे को मजबूत करना, व्यापार के लिए तकनीकी बाधाओं को कम करना, उत्पाद सुरक्षा को बढ़ाना और उपभोक्ता संरक्षण को मजबूत करना।
महत्वपूर्ण तथ्य: भारत और जर्मनी ने गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे पर भारत-जर्मन कार्यकारी समूह की 8वीं वार्षिक बैठक के दौरान कार्य योजना 2022 पर हस्ताक्षर किए।
- सहयोग के लिए चिन्हित किए गए क्षेत्रों में मोबिलिटी, ऊर्जा, चक्रीय अर्थव्यवस्था, स्मार्ट खेती/कृषि, चिकित्सा उपकरण, डिजिटलीकरण (कृत्रिम बुद्धिमत्ता, उद्योग 4.0 और अन्य नई प्रौद्योगिकी क्षेत्र), मशीनरी सुरक्षा, चिकित्सा उपकरण और बाजार निगरानी शामिल हैं।
वैश्विक गुणवत्ता अवसंरचना सूचकांक: जर्मनी ने वैश्विक गुणवत्ता अवसंरचना सूचकांक (GQII) के अध्ययन के परिणाम को भी साझा किया।
- GQII रिपोर्ट के अनुसार, भारत को मानकीकरण के मामले में 7वें स्थान पर, प्रत्यायन गतिविधियों के लिए 9वें स्थान पर और मेट्रोलॉजी से संबंधित गतिविधियों के लिए 19वें स्थान पर रखा गया है।
- भारत ने 100 में से 95.6 अंक प्राप्त किए हैं और यह समग्र गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे के वातावरण के लिए दुनिया में 10वें स्थान पर है।
नेपाल बनेगा भारत के यूपीआई प्लेटफॉर्म को अपनाने वाला पहला देश
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने कहा कि नेपाल भारत की यूपीआई प्रणाली को अपनाने वाला पहला देश बन जाएगा, जो पड़ोसी देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
(Image Source: https://www.equitypandit.com/)
महत्वपूर्ण तथ्य: 17 फरवरी, 2022 को एनपीसीआई की अंतरराष्ट्रीय शाखा एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) ने नेपाल में सेवाएं प्रदान करने के लिए ‘गेटवे पेमेंट्स सर्विस’ और ‘मनम इन्फोटेक’ के साथ साझेदारी की है।
- गेटवे पेमेंट्स सर्विस नेपाल में अधिकृत भुगतान प्रणाली ऑपरेटर है और मनम इन्फोटेक वहाँ यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) को लागू करेगा।
- यह साझेदारी पड़ोसी देश में इंटरऑपरेबल रियल-टाइम पर्सन-टू-पर्सन (P2P) और पर्सन-टू-मर्चेंट (P2M) लेनदेन को बढ़ावा देगा और नेपाल की जनता को लाभान्वित करेगा।
- यूपीआई विश्व स्तर पर सबसे सफल रियल-टाइम भुगतान प्रणालियों में से एक है, जो भारत में व्यक्ति से व्यक्ति (P2P) और व्यक्ति से व्यापारी (P2M) लेनदेन में आसानी और सुरक्षा प्रदान करता है।
- 2021 में, यूपीआई ने 940 बिलियन डॉलर व्यापार मूल्य के 39 बिलियन वित्तीय लेनदेन को सक्षम किया, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 31% के बराबर है।
नेपाल बनेगा भारत के यूपीआई प्लेटफॉर्म को अपनाने वाला पहला देश
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने कहा कि नेपाल भारत की यूपीआई प्रणाली को अपनाने वाला पहला देश बन जाएगा, जो पड़ोसी देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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महत्वपूर्ण तथ्य: 17 फरवरी, 2022 को एनपीसीआई की अंतरराष्ट्रीय शाखा एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) ने नेपाल में सेवाएं प्रदान करने के लिए ‘गेटवे पेमेंट्स सर्विस’ और ‘मनम इन्फोटेक’ के साथ साझेदारी की है।
- गेटवे पेमेंट्स सर्विस नेपाल में अधिकृत भुगतान प्रणाली ऑपरेटर है और मनम इन्फोटेक वहाँ यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) को लागू करेगा।
- यह साझेदारी पड़ोसी देश में इंटरऑपरेबल रियल-टाइम पर्सन-टू-पर्सन (P2P) और पर्सन-टू-मर्चेंट (P2M) लेनदेन को बढ़ावा देगा और नेपाल की जनता को लाभान्वित करेगा।
- यूपीआई विश्व स्तर पर सबसे सफल रियल-टाइम भुगतान प्रणालियों में से एक है, जो भारत में व्यक्ति से व्यक्ति (P2P) और व्यक्ति से व्यापारी (P2M) लेनदेन में आसानी और सुरक्षा प्रदान करता है।
- 2021 में, यूपीआई ने 940 बिलियन डॉलर व्यापार मूल्य के 39 बिलियन वित्तीय लेनदेन को सक्षम किया, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 31% के बराबर है।
अमेरिका की नई हिंद-प्रशांत रणनीति
अमेरिका ने 11 फरवरी, 2022 को अपनी बहुप्रतीक्षित नई हिंद-प्रशांत रणनीति की घोषणा की।
(Image Source: https://www.spmrf.org/)
महत्वपूर्ण तथ्य: यह रणनीति हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चुनौतियों जैसे- चीन की विस्तारवादी नीति, महामारी और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए सामूहिक क्षमता निर्माण पर केंद्रित है।
- इसमें निर्धारित नीतियों में पिछले ट्रम्प प्रशासन की रणनीतियों के साथ निरंतरता है।
- इनमें चीन की चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करना, अमेरिकी संबंधों को आगे बढ़ाना, भारत के साथ एक प्रमुख रक्षा साझेदारी और क्षेत्र में एक सुरक्षा प्रदाता के रूप में इसकी भूमिका का समर्थन करना शामिल है।
- इस रणनीति में न केवल हिंद-प्रशांत क्षेत्र से, बल्कि इसके परे भी अन्य देशों के साथ मिलकर काम करने पर जोर दिया जा रहा है।
- रणनीति के अनुसार अमेरिका "भारत के उदय और क्षेत्रीय नेतृत्व का समर्थन करना जारी रखेगा"।
- यह क्वाड (Quad) में भारत को 'समान विचारधारा वाले भागीदार' (like-minded partner) और 'प्रेरक बल' के रूप में संदर्भित करता है।