सामयिक
अंतर्राष्ट्रीय:
बाघ संरक्षण पर चौथा एशिया मंत्रिस्तरीय सम्मेलन
‘बाघ संरक्षण पर चौथा एशिया मंत्रिस्तरीय सम्मेलन’ मलेशिया सरकार और ग्लोबल टाइगर फोरम (जीटीएफ) द्वारा 19 से 21 जनवरी, 2022 तक आयोजित किया गया।
महत्वपूर्ण तथ्य: सम्मेलन ने कुआलालंपुर संयुक्त वक्तव्य को अपनाया, जिसमें 14 प्रतिबद्धताओं को सूचीबद्ध किया गया था।
- इसमें वन्यजीवों के अवैध शिकार और तस्करी से निपटने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच सहयोग को औपचारिक रूप देने और खुफिया जानकारी साझा करने का एक महत्वपूर्ण कदम शामिल है।
- इसके अलावा बाघों के अवैध शिकार और तस्करी वाले क्षेत्रों पर केंद्रित एक दक्षिण पूर्व एशिया टाइगर रिकवरी योजना को लागू करना भी शामिल है।
शिखर सम्मेलन में भारत का वक्तव्य: भारत इस साल के अंत में रूस के व्लादिवोस्तोक में होने वाले ग्लोबल टाइगर शिखर सम्मेलन के लिए नई दिल्ली घोषणा को अंतिम रूप देने की दिशा में टाइगर रेंज देशों को सुविधा प्रदान करेगा।
- 2010 में नई दिल्ली में एक "प्री-टाइगर समिट" बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें ग्लोबल टाइगर समिट के लिए बाघ संरक्षण पर मसौदा घोषणा को अंतिम रूप दिया गया था।
बुर्किना फासो में तख्तापलट
बुर्किना फासो की सेना ने 24 जनवरी, 2022 को राष्ट्रपति रोच काबोरे को अपदस्थ कर दिया, संविधान को निलंबित कर दिया, सरकार और नेशनल असेंबली को भंग कर दिया और देश की सीमाओं को बंद कर दिया है।
(Image Source: https://ngara.org/burkina-faso/)
महत्वपूर्ण तथ्य: यह देश में बढ़ती अस्थिरता का प्रत्यक्ष परिणाम था, जिससे निपटने में सरकार बुरी तरह विफल रही।
- बुर्किना फासो की राजधानी औगाडौउगोऊ (Ouagadougou) में सुरक्षा की निगरानी के लिए नियुक्त लेफ्टिनेंट कर्नल पॉल-हेनरी सांडोगो दामिबा, राष्ट्रपति को अपदस्थ कर पश्चिम अफ्रीकी देश के नए शासक हैं।
- बुर्किना फासो, जिसे कभी पश्चिम अफ्रीका के सबसे स्थिर देशों में से एक के रूप में जाना जाता था, 2015 से जिहादी हिंसा के दुष्चक्र में फंस गया है। काबोरे 2015 में राष्ट्रपति चुने गए थे।
- बुर्किना फासो पश्चिम अफ्रीका में एक भू-आबद्ध (Land-locked) देश है।
पश्चिम अफ्रीका: पश्चिम अफ्रीका ने हाल के महीनों में कई सफल तख्तापलट देखे हैं।
- सितंबर 2021 में, गिनी में विशेष बलों ने सरकार को हटा दिया और सत्ता पर कब्जा कर लिया। मई 2021 में एक वर्ष से भी कम समय में माली में सेना ने दूसरी बार तख्तापलट किया।
- चाड में, राष्ट्रपति अप्रैल 2021 में संघर्ष में मारे गए थे।
- सैन्य तख्तापलट के बाद राजनीतिक गतिरोध और व्यापक लोकतंत्र समर्थक विरोध के बीच सूडान के प्रधानमंत्री अब्दुल्ला हमदोक ने 3 जनवरी को अपने इस्तीफे की घोषणा की।
2021 छठा सबसे गर्म वर्ष
13 जनवरी, 2022 को यूनाइटेड स्टेट्स नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के वैज्ञानिकों के अनुसार, 1880 में तापमान रिकॉर्ड प्रक्रिया शुरू होने के बाद से वर्ष 2021 में वैश्विक सतह का तापमान छठा सबसे अधिक रहा।
महत्वपूर्ण तथ्य: नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) द्वारा 13 जनवरी को ही जारी वैश्विक तापमान डेटा के एक अलग विश्लेषण के अनुसार वर्ष 2021 वर्ष 2018 के बराबर छठा सबसे गर्म वर्ष रहा।
- वर्ष 1880 में तापमान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से पिछले आठ वर्ष सबसे गर्म वर्ष रहे।
- 2021 में पृथ्वी का तापमान औद्योगिक क्रांति की शुरुआत की तुलना में लगभग 1.1 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म था।
- उत्तरी गोलार्ध की भूमि की सतह का तापमान रिकॉर्ड तीसरा सबसे अधिक था - 2016 (दूसरा) और 2020 (पहला) सर्वाधिक गर्म वर्ष था।
- 2021 के दक्षिणी गोलार्ध की सतह का तापमान रिकॉर्ड में नौवां उच्चतम था। अटलांटिक और प्रशांत महासागरों के कुछ हिस्सों में समुद्री सतह का उच्च तापमान दर्ज किया गया।
भारत-मॉरीशस संबंध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ ने 20 जनवरी, 2022 को मॉरीशस में भारत की सहायता प्राप्त सामाजिक आवास इकाइयों की परियोजना का संयुक्त रूप से वर्चुअल माध्यम में उद्घाटन किया।
महत्वपूर्ण तथ्य: दोनों नेताओं ने इस अवसर पर मॉरीशस में सिविल सर्विस कॉलेज और भारतीय विकास सहायता के तहत चलाई जा रही 8 मेगावाट सोलर पीवी फार्म परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया।
- 8 मेगावाट सौर पीवी फार्म परियोजना के तहत सालाना लगभग 14 गीगावाट हरित ऊर्जा के उत्पादन के लिए 25,000 पीवी सेल की स्थापना की गयी है। इस परियोजना से लगभग 10,000 मॉरीशस परिवारों को बिजली की आपूर्ति की जायेगी तथा हर साल 13,000 टन कार्बन डाईआक्साइड उत्सर्जन में कमी आयेगी।
- मेट्रो एक्सप्रेस परियोजना और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए भारत से मॉरीशस को 190 मिलियन अमेरिकी डॉलर की ऋण सहायता (लाइन ऑफ क्रेडिट देने) पर समझौता और लघु विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन पर समझौता ज्ञापन का भी आदान-प्रदान किया गया।
नुसंतारा होगी इंडोनेशिया की नई राजधानी
इंडोनेशिया ने 18 जनवरी, 2022 को जकार्ता की जगह बोर्नियो द्वीप के पूर्व में स्थित पूर्वी कालीमंतन (East Kalimantan) को अपनी राजधानी बनाने हेतु एक विधेयक पारित किया। देश की नई राजधानी को 'नुसंतारा' (Nusantara) कहा जाएगा, जिसका अर्थ जावा भाषा में 'द्वीपसमूह' (archipelago) है।
महत्वपूर्ण तथ्य: इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने सबसे पहले 2019 में राजधानी को जकार्ता से स्थानांतरित करने की योजना की घोषणा की थी।
- 'पूर्वी कालीमंतन' इंडोनेशिया, मलेशिया और ब्रुनेई द्वारा साझा किए गए बोर्नियो द्वीप के पूर्वी हिस्से में जकार्ता से 2,300 किलोमीटर दूर है।
राजधानी परिवर्तन का कारण: जकार्ता में बढ़ता प्रदूषण और अन्य पर्यावरणीय मुद्दे; जकार्ता में बढ़ती जनसंख्या; वित्तीय असमानता।
- इसके अलावा, यह आशंका जताई जा रही है कि जकार्ता शहर के कई हिस्से 2050 तक पानी में डूब सकते हैं, क्योंकि इंडोनेशिया बाढ़ के प्रति अतिसंवेदनशील है और जकार्ता कई नदियों से भी घिरा हुआ है।
राजधानी बदलने वाले अन्य देश: म्यांमार ने 2005 में अपनी राजधानी को रंगून से 'नेपिडॉ' (Naypyidaw) स्थानांतरित कर दिया था।
- 1960 में, ब्राजील ने अपनी राजधानी को रियो डी जनेरियो से बदलकर 'ब्रासीलिया' कर दिया
- नाइजीरिया ने भी 1991 में देश की राजधानी को लागोस से बदलकर 'अबुजा' कर दिया था।
- 1997 में, कजाकिस्तान ने अपनी राजधानी को अल्माटी से 'अस्ताना' स्थानांतरित कर दिया था। पूर्व राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरबायेव के सम्मान में अस्ताना का नाम बदलकर 2019 में 'नूर-सुल्तान' कर दिया गया।
हूती विद्रोही
17 जनवरी, 2022 को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अबू धाबी में एक तेल डिपो पर तीन पेट्रोलियम टैंकरों पर संदिग्ध ड्रोन हमले में दो भारतीय और एक पाकिस्तानी मारे गए और दो भारतीयों सहित छ: अन्य लोग घायल हो गए।इस हमले की जिम्मेदारी ईरान समर्थित यमन के हूती विद्रोहियों (Houthi rebels) ने ली है।
महत्वपूर्ण तथ्य: यमन लाल सागर और अदन की खाड़ी के जंक्शन पर स्थित है।
- यमन सात साल से अधिक समय से गृहयुद्ध से तबाह हो गया है और राजधानी सना सहित देश के पश्चिमी हिस्से पर हूती विद्रोहियों का नियंत्रण है।
- युद्ध में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कई राष्ट्र शामिल हैं, और अबू धाबी में हमला उन कई संघर्षों को उजागर करता है, जो समग्र रूप से यमन और व्यापक क्षेत्र में चल रहे हैं।
- हूती 'जैदी शिया संप्रदाय' से संबंधित एक बड़ा कबीला है, जिसकी जड़ें यमन के उत्तर-पश्चिमी 'सादा' प्रांत (Saada province) में हैं। यमन की आबादी का करीब 35 फीसदी 'जैदी' (Zaidis) आबादी हैं।
- 1990 के दशक में हुसैन बदरुद्दीन अल-हूती द्वारा हूती समूह की स्थापना की गई थी। 2004 में यमन के सैनिकों द्वारा हुसैन को मारने के बाद, उनके भाई अब्दुल मलिक ने इसकी कमान संभाली।
फिलीपींस ने दी ब्रह्मोस मिसाइल के समझौते को मंजूरी
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल प्रणाली के लिए पहले निर्यात आदेश में, फिलीपींस ने 14 जनवरी, 2022 को भारत से मिसाइल के तट-आधारित जहाज-रोधी संस्करण की खरीद के लिए 374.96 मिलियन डॉलर के अनुबंध को मंजूरी दी है।
महत्वपूर्ण तथ्य: फिलीपींस के राष्ट्रीय रक्षा सचिव, डेल्फिन लोरेंजाना ने खरीद के लिए 'नोटिस अधिनिर्णय' (Notice of award) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके लिए अनुबंध पर बहुत जल्द हस्ताक्षर होने की संभावना है।
- भारत सरकार के साथ समझौते में, इसमें तीन बैटरियों की डिलीवरी, ऑपरेटरों और अनुरक्षकों (maintainers) के लिए प्रशिक्षण के साथ-साथ आवश्यक 'एकीकृत लॉजिस्टिक समर्थन' पैकेज शामिल हैं।
- ब्रह्मोस की परिकल्पना 2017 की शुरुआत में की गई थी, और फिलीपींस के राष्ट्रपति कार्यालय ने 2020 में 'हॉरिजन 2 प्रायरिटी प्रोजेक्ट्स' (Horizon 2 Priority Projects) में इसके समावेश को मंजूरी दी थी।
- 'फिलीपीन मरीन की तटीय रक्षा रेजिमेंट' फिलीपींस के सशस्त्र बलों की इस 'आधुनिक सामरिक रक्षा क्षमता' का प्राथमिक नियोक्ता होगा।
- फिलीपींस कई देशों से ब्रह्मोस मिसाइलों की खरीद करने का इच्छुक है, इंडोनेशिया और थाईलैंड के साथ बातचीत उन्नत चरणों में है।
बारिसिटिनिब और सोट्रोविमैब
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 14 जनवरी, 2022 को कोविड-19 के उपचार के लिए दो दवाओं, 'बारिसिटिनिब' (Baricitinib) और ‘सोट्रोविमैब’ (Sotrovimab) की सिफारिश की है।
बारिसिटिनिब: बारिसिटिनिब, जिसका उपयोग संधिशोथ यानी गठिया के इलाज के लिए भी किया जाता है, को कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स के संयोजन में गंभीर या अत्यंत गंभीर कोविड -19 वाले रोगियों के लिए अनुशंसित किया गया है।
- यह 'जेनस काइनेस (Janus kinase: JAK) अवरोधक' नामक दवाओं के एक वर्ग का हिस्सा है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली की अतिउत्तेजना को कम करते हैं।
- बारिसिटिनिब एक मुंह से ली जाने वाली दवा (oral drug) है, और जुलाई 2021 में डब्ल्यूएचओ द्वारा कोविड के लिए अनुशंसित अन्य गठिया दवा 'इंटरल्यूकिन-6 रिसेप्टर ब्लॉकर्स' (Interleukin-6 receptor blockers) का विकल्प प्रदान करती है।
सोट्रोविमैब: सोट्रोविमैब, ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन द्वारा यूएस पार्टनर 'वीर बायोटेक्नोलॉजी इंक' के साथ विकसित की गई है, जो कोरोनवायरस के कारण होने वाली स्थितियों के उपचार में उपयोग के लिए एक मोनोक्लोनल एंटीबॉडी है।
- डब्ल्यूएचओ ने सशर्त रूप से अस्पताल में भर्ती होने के उच्च जोखिम वाले रोगियों में हल्के या मध्यम कोविड -19 के उपचार के लिए इसके उपयोग की सिफारिश की है।
- इनमें वे रोगी शामिल हैं, जो अधिक उम्र के हैं, जिनमें प्रतिरक्षा में कमी है, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और मोटापा के शिकार हैं, और जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है।
भारत-अमेरिका आंतरिक सुरक्षा वार्ता
भारत और अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच आंतरिक सुरक्षा वार्ता (India-US Homeland Security Dialogue) बैठक 12 जनवरी, 2022 को वर्चुअल माध्यम में आयोजित की गई।
महत्वपूर्ण तथ्य: बैठक की सह-अध्यक्षता भारत के गृह सचिव अजय भल्ला और अमेरिका के रणनीति, नीति और योजना, आंतरिक सुरक्षा विभाग के अवर सचिव, रॉबर्ट सिल्वर ने की।
- दोनों पक्षों ने वर्तमान में जारी सहयोग की समीक्षा की और आतंकवाद, साइबर सुरक्षा, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और वैश्विक आपूर्ति शृंखला, समुद्री सुरक्षा, विमानन सुरक्षा, सीमा शुल्क प्रवर्तन और व्यापार सुरक्षा के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत बनाने एवं नवीन अवसरों की तलाश करने जैसे उपायों पर विचार-विमर्श किया।
- दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि कानून प्रवर्तन में सहयोग, वैश्विक आपूर्ति शृंखला कायम रखने, विमानन सुरक्षा, खोजी सहयोग, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण पर आंतरिक सुरक्षा वार्ता के तहत मौजूदा उप-समूह आने वाले महीनों में अलग-अलग मिलेंगे ताकि इस दिशा में विचार-विमर्श किया जा सके।
- दोनों पक्ष इस वर्ष के अंत में मंत्रिस्तरीय आंतरिक सुरक्षा वार्ता आयोजित करने पर भी सहमत हुए।
मिस्र बना न्यू डेवलपमेंट बैंक का चौथा नया सदस्य
29 दिसंबर, 2021 को मिस्र ब्रिक्स न्यू डेवलपमेंट बैंक के चौथे नए सदस्य के रूप में शामिल हुआ है।
महत्वपूर्ण तथ्य: बांग्लादेश,संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और उरुग्वे सितंबर 2021 में ब्रिक्स न्यू डेवलपमेंट बैंक में शामिल हुए थे।
- सदस्यता विस्तार न्यू डेवलपमेंट बैंक को उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए खुद को एक प्रमुख विकास संस्थान के रूप में स्थापित करने में सक्षम बनाता है।
- ‘न्यू डेवलपमेंट बैंक’ ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) द्वारा 2015 में स्थापित किया गया था, जिसका उद्देश्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं में बुनियादी ढांचे और सतत विकास परियोजनाओं के लिए संसाधन जुटाना है।
- ब्रिक्स दुनिया के पांच सबसे बड़े विकासशील देशों को एक साथ लाता है, जो वैश्विक आबादी का 41%, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 24% और वैश्विक व्यापार का 16% प्रतिनिधित्व करता है।
- न्यू डेवलपमेंट बैंक ने अब तक अपने सभी सदस्य देशों में लगभग 80 परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिनका कुल निवेश मूल्य 30 बिलियन डॉलर है।
- ये परियोजनाएं परिवहन, पानी और स्वच्छता, स्वच्छ ऊर्जा, डिजिटल बुनियादी ढांचे, सामाजिक बुनियादी ढांचे और शहरी विकास जैसे क्षेत्रों में हैं।
- न्यू डेवलपमेंट बैंक का मुख्यालय शंघाई, चीन में है। इसके क्षेत्रीय कार्यालय जोहान्सबर्ग (दक्षिण अफ्रीका), साओ पाउलो (ब्राजील) और मास्को (रूस) में स्थापित किए गए हैं।