यूएनईपी वार्षिक फ्रंटियर रिपोर्ट 2022

  • 05 Apr 2022

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) ने हाल में 'वार्षिक फ्रंटियर रिपोर्ट 2022' (UNEP Annual Frontiers report 2022) प्रकाशित की। इस रिपोर्ट का शीर्षक 'नॉइज, ब्लेज एंड मिसमैचेज' (Noise, Blazes and Mismatches) है।

महत्वपूर्ण तथ्य: रिपोर्ट के अनुसार, ढाका दुनिया का सबसे अधिक ध्वनि प्रदूषित शहर है। यहाँ 119 डेसिबल (डीबी) का ध्वनि प्रदूषण दर्ज किया गया।

  • उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद शहर विश्व स्तर पर दूसरा सबसे अधिक ध्वनि प्रदूषित शहर है। 2021 में मुरादाबाद में 114 डेसिबल का ध्वनि प्रदूषण दर्ज किया गया।
  • इस्लामाबाद विश्व स्तर पर तीसरा सबसे अधिक ध्वनि प्रदूषित शहर है, जहां 105 डेसिबल का ध्वनि प्रदूषण दर्ज किया गया।
  • रिपोर्ट में दक्षिण एशिया के 13 शहरों सहित कुल 61 शहरों को स्थान दिया गया है। इन 13 शहरों में से पांच भारत के हैं।
  • अन्य चार भारतीय शहर कोलकाता (89 डेसिबल), आसनसोल (89 डेसिबल), जयपुर (84 डेसिबल), और दिल्ली (83 डेसिबल) हैं।
  • जॉर्डन का इरब्रिड (60 डेसिबल), फ्रांस का लियोन (69 डेसिबल), स्पेन का मैड्रिड (69 डेसिबल), स्वीडन का स्टॉकहोम (70 डेसिबल) और सर्बिया का बेलग्रेड (70 डेसिबल) के साथ दुनिया के सबसे शांत शहर हैं।

अन्य तथ्य: डब्ल्यूएचओ ने 1999 के अपने दिशा-निर्देशों में, आवासीय क्षेत्रों के लिए मानक के रूप में 55 डेसिबल और यातायात और व्यावसायिक क्षेत्रों के लिए मानक के रूप में 70 डेसिबल की ध्वनि आवृत्ति की सिफारिश की थी। स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डब्ल्यूएचओ ने 2018 में सड़क पर ध्वनि आवृत्ति की सीमा 53 डेसीबल पर निर्धारित की है।